यह पहली बार नहीं है कि गोविंद सिंह राजपूत की जुबान फिसली हो, इससे पहले सितंबर 2020 में भी एक कार्यक्रम के दौरान वह भाजपा की तारीफ करते-करते उसे कोसने लगे थे.
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दुर्गेश साहू/जबलपुरः मध्य प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की जुबान फिर फिसल गई है. बता दें कि एक कार्यक्रम में जब उनसे पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पांचों राज्यों में पूर्ण बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनेगी. हालांकि तुरंत ही उन्हें अपनी गलती का एहसास हो गया और उन्होंने भूल सुधार ली लेकिन इस घटना से लगता है कि गोविंद सिंह राजपूत की जुबान पर अभी भी कांग्रेस बैठी हुई है.
ये बोले गोविंद सिंह राजपूत
बता दें कि गोविंद सिंह राजपूत जबलपुर के पाटन क्षेत्र में तहसील भवन का भूमि पूजन करने पहुंचे थे. इस दौरान उनसे पत्रकारों ने 5 राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव के बारे में सवाल किया तो उनकी जुबान फिसल गई. दरअसल गोविंद सिंह राजपूत से पूछा गया कि उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव में आज पहले चरण का मतदान हो रहा है तो इस पर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा समेत सभी राज्यों में पीएम मोदी के नेतृत्व में विकास के कई काम हुए हैं.
उत्तर प्रदेश में किसी ने नहीं सोचा था कि राम मंदिर का निर्माण होगा लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से उत्तर प्रदेश में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. उन्होंने दावा किया कि पांचों राज्यों में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी. दरअसल वह बीजेपी कहना चाहते थे लेकिन कांग्रेस कह गए. जिस पर बगल में बैठे पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने टोकते हुए बीजेपी बोलने को कहा तो परिवहन मंत्री ने अपनी भूल सुधार ली.
पहले भी हो चुका है ऐसा
बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि गोविंद सिंह राजपूत की जुबान फिसली हो, इससे पहले सितंबर 2020 में भी एक कार्यक्रम के दौरान वह भाजपा की तारीफ करते-करते उसे कोसने लगे थे. दरअसल वह भाजपा की उपलब्धियां गिना रहे थे लेकिन कांग्रेस को निशाने पर लेने के चक्कर में भाजपा पर ही निशाना साध गए. हालांकि जब उन्हें गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने अपनी गलती सुधार ली थी.
बता दें कि गोविंद सिंह राजपूत कांग्रेस से ही भाजपा में आए हैं. साल 2018 में वह कांग्रेस के टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंचे थे लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए. इसके बाद उपचुनाव में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और फिर विधायक बने. फिलहाल वह शिवराज सरकार में परिवहन मंत्री हैं.