MP Patwari Hatyakand: शहडोल जिले में करीब दो महीने पहले हुए पटवारी हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. टीम ने इस मामले में फरार तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने ट्रेक्टर से कुचलकर पटवारी को मौत के घाट उतार दिया था. जानें क्या है पूरा मामला-
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Shadol Patwari Murder Case Update: MP के शहडोल जिले में ट्रेक्टर से कुचलकर पटवारी की हत्या करने के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. करीब दो महीने पहले जिले के देवलोंद थाना क्षेत्र में पटवारी प्रसन्न सिंह बघेल अवैध उत्खनन रोकने पहुंचे थे. इस दौरान माफियाओं ने कुचलकर उनकी हत्या कर दी थी. अब पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
जानें पूरा मामला
गोपालपुर सोन नदी में लगातार रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन की शिकायत मिल रही थी. इन शिकायतों को देखते हुए कलेक्टर के निर्देश पर पटवारी दल, तहसीलदार और SDM का मौखिक आदेश आया था। इस आदेश के तहत 25 नवंबर 2023 की रात देवलोंद थाना अंतर्गत सुखाड़ में झिरिया टोला के पास पटवारी प्रसन्न सिंह बघेल अवैध अपने 3 साथियों के साथ खनन रोकने के लिए पहुंचे थे. यहां माफियाओं ने ट्रैक्टर से कुचलकर पटवारी प्रसन्न सिंह बघेल की हत्या कर दी थी.
8 आरोपियों पर केस दर्ज
इस मामले में कुल 8 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था. इनमें से चार को पहले गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि 4 आरोपी फरार थे. अब इनमें से तीन आरोपी अनुज कोल,सोनू उर्फ नारायण सिंह, सुधांशु सिंह को पकड़ने में पुलिस ने सफलता हासिल है. वहीं, आठवां आरोपी अब भी फरार है. इस आरोपी की तलाश भी जारी है.
परिजनों ने लगाए थे प्रशासन पर गंभीर आरोप
इस मामले में पटवारी प्रसन्न सिंह बघेल के परिजनों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे. पटवारी की बेटी दिया सिंह ने बताया था कि शहडोल कलेक्टर वंदना वैद्य उन्हें मदद के नाम पर 25 हजार रुपए देने की बात कह रही हैं. उन्हें वे पैसे नहीं चाहिए. दिया ने कलेक्टर से हत्या के आरोपियों का घर गिराने की भी मांग की थी. इस मामले में दिया और उनकी मां शहडोल प्रशासन की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होने की बात भी कही थी.
ऑडियो हुआ था वायरल
पटवारी की हत्या के बाद जिले में एक ऑडियो भी वायरल हुआ था. इसके बाद कथित रूप से BJP नेता पर खनन और परिवहन के आरोप लग रहे थे. ऑडियो में कोई पुलिस को पैसा देने की बात कर रहा था. आरोप लगे कि यह ऑडियो BJP लीडर और जिला पंचायत सदस्य दुर्गेश तिवारी और गाड़ी मालिक दिप्पू सिंह का था. हालांकि, दुर्गेश तिवारी ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया था. बता दें कि शहडोल पटवारी हत्याकांड राजधानी भोपाल तक पहुंचा. इसको लेकर सियासत भी गरमाई और प्रशासन भी एक्शन मोड में आया.