Lumpy Skin Disease: मध्य प्रदेश में लंपी वायरस की दहशत बढ़ गई है. रतलाम में गायों में लंपी वायरस के केस मिलने से मध्य प्रदेश की राजधानी में भी हलचल मची हुई है और इन सैंपलों को भोपाल भेजा गया है. इस वायरस को लेकर डॉक्टरों ने वार्निंग भी दी है.
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चंद्रशेखर सोलंकी/रतलाम: राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश में भी लंपी वायरस की दहशत है. रतलाम में गायों में इसके लक्षण देखे गए हैं. ऐसे मामले सेमलिया नामली के आसपास के गांवों में देखे जा रहे हैंं. यहां एक दर्जन से ज्यादा गायों में इसके लक्षण देखे गए हैं.
गायों के शरीर में छोटी-छोटी गठानें होकर बन जाते हैं घाव
बता दें की गायों के शरीर में छोटी-छोटी गठानें होकर घाव बन गए हैं. हालांकि पशु चिकित्सा विभाग ने पॉजिटिव केस की पुष्टि नहीं की है. विभाग ने सैंपल जांच के लिए भेजे हैं. पशु चिकित्सा विभाग के अफसरों ने वायरस के लक्षण वाले पशुओं के सैंपल लेकर उन्हें मक्खियों व किट से बचाने के लिए समझाइश ग्रामीणों को दी है. साथ ही इन पशुओं को आइसोलेट करने और इलाज करवाने की सलाह दी है.
बीमारी से पशु दूध देने लायक नहीं बचता
पशु चिकित्सकों के मुताबिक, इस रोग में जानवरों में बुखार आना, आंखों एवं नाक से स्राव, मुंह से लार निकलना, शरीर में गांठों जैसे नरम छाले पड़ना, दूध उत्पादन में कमी आना जैसे लक्षण दिखते हैं. इसके अलावा इस रोग में शरीर पर गांठें बन जाती हैं. गर्दन और सिर के पास इस तरह के नोड्यूल ज्यादा दिखाई देते हैं. बीमारी का पशुओं से मनुष्यों में ट्रांसफर होने की संभावना न के बराबर है लेकिन यह लंपी बीमारी होती है तो पशु दूध देने के लायक नहीं बचेगा.
मध्य प्रदेश में लंपी वायरस को लेकर अलर्ट
वहीं अब मध्य प्रदेश में लंपी वायरस को लेकर अलर्ट जारी के दिया गया है. मध्य प्रदेश के रतलाम के तीन गांवों में 35 लंपी वायरस के लक्षण मिले हैं. सिमहालिया 15, बरबोदाना 3 और नामाली में 17 पशुओं में लंपी वायरस के लक्षण मिले हैं. सभी के सैंपल भोपाल मंगाए गए हैं. सभी सैंपल की जांच हाई सिक्योरिटी लैब में होगी. साथ ही सीमावर्ती जिलों के लिए भी विशेष निगरानी रखने को कहा गया है.
पहले भी फैल चुका है वायरस
मध्य प्रदेश में यह कोई पहला मौका नहीं है जब इस वायरस का प्रकोप पशुओं में देखने को मिला है. साल 2021-22 में 3 जिलों के लगभग 30 हज़ार पशुओं में फैला था जिसमें एक पशु की मौत हुई थी. वहीं साल 2020-21 में 9 जिलों के लगभग 40 हज़ार पशुओं में ये वायरस फैला था जिसमें एक पशु की मौत हुई थी.
इंसान पर इस बीमारी का होगा ये असर
इफेक्टेड गाय का दूध पीने के असर को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि अभी तक की स्टडी में लंपी वायरस से इंफेक्टेड पशु का दूध पीने से इंसान पर असर का मामला सामने नहीं आया है क्योंकि हम दूध को गर्म करके ही पीते हैं. गर्म करने पर दूध में मौजूद बैक्टीरिया व वायरस नष्ट हो जाते हैं. हां, बछड़े जरूर इससे संक्रमित हो सकते हैं. वहीं इंसान भी बीमार पशु के सीधे संपर्क में आने से प्रभावित हो सकते हैं.