MP News: उमंग सिंघार ने अशोक सिंह को बताया शेर, ज्योतिरादित्य सिंधिया से जोड़ा कनेक्शन
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MP News: उमंग सिंघार ने अशोक सिंह को बताया शेर, ज्योतिरादित्य सिंधिया से जोड़ा कनेक्शन

Rajya Sabha Elections: कांग्रेस ने ग्वालियर से आने वाले ओबीसी नेता अशोक सिंह को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है, उनकी उम्मीदवारी के बहाने उमंग सिंघार ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा है. 

उमंग सिंघार ने बीजेपी पर साधा निशाना

Ashok Singh In Gwalior: अब तक अपने फैसलों में बीजेपी चौंकाती रही है, लेकिन मध्य प्रदेश में राज्यसभा प्रत्याशी का ऐलान करके इस बार कांग्रेस ने भी सियासी पंडितों को चौंका दिया. क्योंकि कांग्रेस की तरफ से कमलनाथ, अरुण यादव, मीनाक्षी नटराजन, कमलेश्वर पटेल का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में था, लेकिन पार्टी ने ग्वालियर से आने वाले नेता अशोक सिंह को प्रत्याशी बनाकर सबको हैरान कर दिया, क्योंकि अशोक सिंह का नाम चर्चा में भी नहीं था. ऐसे में अशोक सिंह के नाम का ऐलान होने के बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा है. 

'सिंधिया के सामने एक शेर तैयार कर दिया है'

दरअसल, अशोक सिंह ग्वालियर से आते हैं, उन्हें कांग्रेस में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का करीबी माना जाता है. ऐसे में जब उनकी उम्मीदवारी का ऐलान होने के बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा 'हमने ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने एक शेर तैयार कर दिया है, अशोक सिंह सिंधिया के सामने क्षेत्र की लड़ाई लड़ेंगे.' उनके इस बयान के बाद सियासी पारा गर्माता नजर आ रहा है. बता दें कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी ग्वालियर से आते हैं और फिलहाल वह बीजेपी से राज्यसभा सांसद हैं, ऐसे में मध्य प्रदेश के ग्वालियर से दो सांसद राज्यसभा में होंगे.  

नेता प्रतिपक्ष ने अशोक सिंह के बहाने बीजेपी पर भी जमकर निशाना साधा, उन्होंने कहा 'मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बिहार और यूपी के यादवों को साध रहे हैं, लेकिन हमारे अशोक सिंह मध्य प्रदेश के यादवों का ध्यान रखेंगे. वह प्रदेश के लिए काम करेंगे, उन्होंने बताया कि पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने राज्यसभा प्रत्याशी के लिए 8 से 10 नाम पैनल हाईकमान को भेजा था, जिसके बाद पार्टी ने यह फैसला लिया है.' बता दें कि अशोक सिंह यादव समाज से आते हैं, जबकि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी इसी वर्ग से हैं, ऐसे में उन्हें इस काट के तौर पर भी देखा जा रहा है. 

कांग्रेस ने क्षेत्रीय और समाजिक दोनों समीकरण साधे 

राजनीतिक जानकार मानते हैं कि कांग्रेस ने अशोक सिंह को राज्यसभा भेजकर क्षेत्रीय और समाजिक दोनों समीकरण साधने में जुटी है. अशोक सिंह यादव वर्ग से आते हैं, ऐसे में उनके बहाने पार्टी ने यादवों का साधने की कोशिश की है, क्योंकि बीजेपी ने यादव सीएम बनाकर बड़ा दांव चला है. वहीं अशोक सिंह ग्वालियर से आते हैं, जहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी का फिलहाल सबसे बड़ा चेहरा बने हुए हैं, लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने ग्वालियर चंबल अंचल में कांग्रेस में बड़ी सेंधमारी की है. ऐसे में कांग्रेस ने अशोक सिंह को आगे करके ग्वालियर-चंबल के क्षेत्रीय समीकरण भी साधने की कोशिश की है. क्योंकि अशोक सिंह ग्वालियर की राजनीति में पूरी तरह से एक्टिव हैं. 

दिग्विजय सिंह के हैं करीबी 

बता दें कि अशोक सिंह फिलहाल कांग्रेस पार्टी में प्रदेश उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं, उन्हें ग्वालियर में बड़ा कारोबारी माना जाता है. अशोक सिंह चार बार लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन उनकी ग्वालियर में अच्छी पकड़ मानी जाती है. कांग्रेस में अशोक सिंह दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाते हैं, उन्हें सियासत भी विरासत में मिली है. अशोक सिंह के पिता राजेन्द्र सिंह कांग्रेस से विधायक रह चुके हैं, जबकि वह दिग्विजय सिंह सरकार में मंत्री रहे हैं. 

वहीं कांग्रेस राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने के बाद अशोक सिंह ने कांग्रेस हाई कमान और एमपी के कांग्रेस नेताओं का धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सभी वर्गों को साथ लेकर चलती है. कांग्रेस ने जाति, धर्म क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर काम किया है. 

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