सरकारी विकास के दावों की पोल खोलता वीडियो वायरल, खट‍िया पर मरीज को ले जा रहे हॉस्‍प‍िटल
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सरकारी विकास के दावों की पोल खोलता वीडियो वायरल, खट‍िया पर मरीज को ले जा रहे हॉस्‍प‍िटल

बार‍िश में एमपी का वीड‍ियो वायरल हो रहा है ज‍िसमें कुछ लोग एक मरीज को खट‍िया के सहारे ले जा रहे हैं और रास्‍ता कीचड़ भरा है. ये वीड‍ियो एमपी के बड़वानी ज‍िले का है.  

 

सरकारी दावों की खुली.

वीरेंद्र वासंदे/बड़वानी:  गांवों में सरकार के विकास के दावों को मुंह चिढ़ाता वीडियो वायरल हो रहा है. कीचड़ भरे रास्ते से कंधों पर खटिया के सहारे महिला को वाहन तक ले जाते ग्रामीण वीडियो वायरल कर गांव की सड़क की मांग कर रहे हैं. 

सामने आया कच्‍ची सड़क का वायरल वीड‍ियो 
सरकार विकास के लाख दावे करें लेकिन हकीकत बाहर आ ही जाती है और एक ऐसी ही हकीकत सामने आई है जिसने सरकार के विकास के दावों की पोल खोल कर रख दी है. मामला सेंधवा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत कुमठाना का है जहां का एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक बुजुर्ग महिला को अस्पताल ले जाने के लिए ग्रामीणों ने सीढ़ी का सहारा लियाा. उसके बाद कंधों पर उठाकर करीब 3 किमी कीचड़ भरे रास्ते से गुजर कर वाहन तक पहुंचे. 

ग्रामीणों ने बनाया वीड‍ियो 
वीडियो 12 जुलाई का है जब किडनी की बीमारी से पीड़ित 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला सिरोटि बाई गंगाराम को तकलीफ होने पर परिजन ग्रामीणों की मदद से अस्पताल ले जा रहे थे. इस दौरान ग्रामीण ने उसका वीडियो बनाकर ग्रामीणों की समस्या दिखाई और गांव के लिए सड़क की गुहार लगाई. 

70 घरों के लोगों को हो रही परेशानी 
ग्रामीणों का कहना है क‍ि नवाङ फलिया के साथ आसपास के 3 और फलिया जुड़े हैं. यहां लगभग 60 से 70 घरों में लोग निवास करते है लेकिन मुख्य मार्ग तक जाने के लिए रास्ता नहीं है जिससे फलिया तक कोई वाहन नहीं आता. सबसे ज्यादा परेशानी बारिश में होती है. रास्ते कीचड़ और पानी से भरे रहते हैं जिसमें वाहन तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है.

 

बच्‍चे भी बार‍िश में नहीं जा पाते स्‍कूल 
सरपंच, सचिव, विधायक हर किसी को समस्या बताई थी लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला. सड़क की समस्या के चलते 6 से 12 वीं तक कि पढ़ाई करने वाले बच्चे बारिश में स्कूल नहीं जा पाते. जाते भी हैं तो इसी कीचड़ से निकल कर जाना होता है. सरकार विकास के दावे करती है. वर्षों से पीड़ित इन ग्रामीणों ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों से मूलभूत सुविधाओं को लेकर गुहार लगाई लेकिन मिला सिर्फ आश्वासन. 

सरकारी अफसरों का ये है कहना  
पंचायत सचिव परसराम चौहान का कहना है कि सड़क को लेकर ठहराव प्रस्ताव बनाकर दिया था जो स्वीकृत होकर नहीं आया. आगामी दिनों में कार्य योजना बनाकर देंगे. वहीं, एसडीएम तपस्या परिहार भी मामला संज्ञान में आने का बताकर जनपद सीईओ को ग्रामीणों की समस्या देख् उसे हल करने के निर्देश देने की बात कह रही है. 

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