Bhopal News: गीता प्रेस को शांति पुरस्कार से सम्मानित करने के बाद नेताओं की बयानबाजी शुरू हो गई है. अब हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का बयान सामने आया है.
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प्रमोद शर्मा/भोपाल: गीता प्रेस को साल 2021 का गांधी शांति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. इस पर प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. मध्यप्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती के बाद अब गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का बयान सामने आया है. दिग्विजय सिंह से ने कहा कि, गांधी के विचारों का विरोध करने वाले को गांधी पीस प्राइस दें, यह ज्यूरी पर निर्भर है.
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, गीता प्रेस सबसे पुरानी प्रेस है. उस समय गीता प्रेस महात्मा गांधी के विचारों से सहमत नही थी. उस बात का उल्लेख जयराम रमेश जी ने किया है. अब गांधी पीस प्राइस उस प्रेस को दी जाए जिसने गांधीजी के विचारों का विरोध किया है, यह तो ज्यूरी पर ही निर्भर करता है.
दिग्गी के बयान पर बवाल
वहीं दिग्विजय सिंह के बयान पर नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि, गीता प्रेस को शांति सम्मान देने पर दिग्विजय को आपत्ति है. शांति पुरस्कार गीता प्रेस को तो दिग्विजय सिंह को आपत्ति होगी. क्योंकि दिग्विजय सिंह शांति दूत जाकिर नाइक को मानते हैं, वो चाहते हैं कि ISI,PFI को शांति सम्मान मिले.
सीएम शिवराज ने कही ये बात
गीता प्रेस को सम्मान मिलने पर कांग्रेस के विरोध पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, गीता प्रेस को मिल रहे सम्मान का विरोध करने वालों को देश की जनता कभी माफ नहीं करेगी. मैंने भी धार्मिक साहित्य का अध्यन गीता प्रेस से प्रकाशित पुस्तकों को पढ़कर ही किया है. गीता प्रेस से प्रकाशित गीता और अन्य धार्मिक पुस्तकों ने देश में अध्यात्म को बढ़ाया है. कांग्रेस का गीता प्रेस को सम्मान देने का विरोध देश की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी. यह भारत की संस्कृति परंपरा और अध्यात्म का विरोध करना है.
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गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार के विरोध पर भड़कीं उमा भारती
बता दें कि गीता प्रेस को लेकर मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) का बयान भी सामने आया है. उमा भारती गीताप्रेस गोरखपुर की आलोचना से भड़क उठी हैं. दरअसल,गीता प्रेस गोरखपुर को गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने का घोषणा का विरोध करने पर कांग्रेस और नेता जयराम रमेश भाजपा के निशाने पर आ गए हैं. इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने ट्वीट कर कांग्रेस (Congress) पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि, कांग्रेस ने इस्लामीकरण की राह पकड़ी.