इससे पहले रविवार को कलेक्टर मनीष सिंह शहर में पूरी तरह से लॉकडाउन की घोषणा की थी. जिसमें श्याम 5:00 से 7:00 के दरमियान दूध की दुकानें खोली गईं. जहां एक बार फिर भीड़ का हुजूम देखने को मिला था.
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इंदौर: आज शाम बने भीड़ के हालातों को देखते हुए जिला प्रशासन अपने निर्णय में बदलाव किया है. नए आदेश में कहा गया है कि शहर में कल यानी मंगलवार से लोग किसी भी हालत में दूध लेने घर से बाहर नहीं निकल पाएंगे.
सिर्फ बंदी का दूध घरों में बंटेगा और डेयरी के पैकैट वाला दूध भी घर तक पहुंचाए जा सकेंगे. इसके लिए किसी तरह की अनुमति की जरूरत नहीं होगी. साथ ही किसी भी घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं देने का निर्देश दिया गया.
इससे पहले रविवार को कलेक्टर मनीष सिंह शहर में पूरी तरह से लॉकडाउन की घोषणा की थी. जिसमें श्याम 5:00 से 7:00 के दरमियान दूध की दुकानें खोली गईं. जहां एक बार फिर भीड़ का हुजूम देखने को मिला था. यहां सोशल डिस्टेंसिंग के फॉर्म्यूले पर मानो ब्रेक लग गया और लोग दूध की चाहत में कुछ इस कदर दुकानों पर टूटे की लंबी-लंबी कतारें बिना 5 फीट के फैसले के देखने को मिली. जो अपने आप में सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन के ऊपर बड़ा सवाल खड़ा करती हैं.
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इस बदइंतजामी और बेतरतीबी को देखते हुए कलेक्टर ने पुराने नियमों में बदलाव करते हुए पूरी तरह से लॉकडाउन की सख्ती के आदेश दिए. इस आदेश के बाद अब डेयरी और दुकानों में भी दूध नहीं मिलेगा. बल्कि बंदी वाले ही दूध दे सकेंगे. यही लोग पैकेट बंद दूध घरों में पहुंचाएंगे. इसके लिए कोई अलग से व्यवस्था नहीं की जाएगी.