सरकार की योजनाओं का गुणगाण कर रहीं थी सुमित्रा महाजन, झेलनी पड़ी डॉक्टर्स की नाराजगी
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सरकार की योजनाओं का गुणगाण कर रहीं थी सुमित्रा महाजन, झेलनी पड़ी डॉक्टर्स की नाराजगी

सुमित्रा महाजन शुक्रवार शाम को आईएमए के कार्यक्रम में पहुंची थीं, जहां महाजन ने लोकसभा चुनाव में राष्ट्रवाद का चुनाव बताते हुए मोदी सरकार की स्वच्छ भारत योजना, उज्ज्वला योजना सहित अन्य योजनाओं के बारे में बताया.

सुमित्रा महाजन - फाइल फोटो

इंदौरः मध्य प्रदेश के इंदौर लोकसभा क्षेत्र से सांसद और लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची थीं, जहां उन्होंने जमकर सरकार की योजनाओं का गुणगाण किया और इसके बारे में चर्चा की, लेकिन इसी बीच कुछ डॉक्टर्स नाराज हो गए, जिसके चलते सुमित्रा महाजन को डॉक्टरों की नाराजगी का सामना करना पड़ा. सुमित्रा महाजन शुक्रवार शाम को आईएमए के कार्यक्रम में पहुंची थीं, जहां महाजन ने लोकसभा चुनाव में राष्ट्रवाद का चुनाव बताते हुए मोदी सरकार की स्वच्छ भारत योजना, उज्ज्वला योजना सहित अन्य योजनाओं के बारे में बताते हुए यह दावा भी किया कि किसी भी मंत्री पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है. इस पर वहां मौजद डॉक्टर केएल बंडी ने मंच पर पहुंचकर सुमित्रा महाजन से माइक लेकर जमकर प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की योजना मेडिक्लेम और आयुष्मान भारत को कोसा.

डॉक्टर मंडी ने सरकार के फैसलों पर सवाल उठाए और नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि मोदी सरकार की योजनाओं के कारण डॉक्टरों का पेशा खतरे में पड़ता जा रहा है और डॉक्टर्स के लिए मुश्किलें खड़ी होती जा रही हैं. इसके बावजूद मोदी सरकार की प्रशंसा की जा रही है. डॉक्टर मंडी ने मोदी सरकार की योजनाओं पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इससे डॉक्टर का पेशा खतरे में पड़ गया है और पूरी तरह समाप्त हो रहा है. खुद डॉक्टर के बच्चे भी अब डॉक्टर बनने के लिए हामी नहीं भर रहे हैं.

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बता दें मंच पर सुमित्रा महाजन मोदी सरकार की आयुष्मान योजना और अन्य योजनाओं की तारीफ कर रही थीं, जिससे नाराज होकर डॉक्टर ने मंच पर पहुंच कर यह सब बातें कहीं. डॉक्टर ने कहा कि सरकार की योजनाओं के चलते मरीज इलाज तो करवा लेते हैं, लेकिन डॉक्टरों को समय से पैसा नहीं मिलता जिसके कारण उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. अगर ऐसा ही चलता रहा तो बहुत जल्द ही डॉक्टर्स का पेशा समाप्त हो जाएगा. डॉक्टर मंडी में सुमित्रा महाजन से यह भी कहा कि यदि डॉक्टरों को समय से पैसा नहीं मिलता है तो सरकार को ब्याज सहित पूरा भुगतान करना चाहिए.

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दमयंती ने डॉक्टरों के भुगतान को लेकर सरकारी अफसरों पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि अफसरों को कुछ चाहिए होता है इसलिए डॉक्टरों का भुगतान समय से नहीं किया जाता और इसी कारण डॉक्टर परेशान भी हो रहे हैं. अस्पतालों के लगातार बढ़ते खर्चे पर डॉक्टर मंडी ने कहा कि कोई भी अस्पताल का बिल यदि चार लाख का है तो उसकी रसीद मुझे बता दी जाए. वहीं डॉक्टरों की फीस को लेकर बोले जाने पर भी डॉक्टर बंडी नाराज हुए.

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