गाज गिरने से घायल हो गया था, डॉक्टर के पास ले जाने बजाय गांववालों ने गोबर के गड्ढे में गाड़ा, मौत
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गाज गिरने से घायल हो गया था, डॉक्टर के पास ले जाने बजाय गांववालों ने गोबर के गड्ढे में गाड़ा, मौत

इधर गांव के बुजुर्गों ने तत्काल सुझाव दिया कि घायल को गोबर से ढंक दो. बुजुर्ग के सुझाव के बाद कुछ लोग गड्ढा खोदने में लग. घर से 100 मीटर की दूरी पर गड्ढा में ले जाकर घायल युवक को सिर के नीचे पूरी भाग को गोबर में गाड़ दिया गया.

आकाशीय बिजली गिरी

अम्बिकापुर: सरगुजा ज़िले के ग्राम महंगई में अचानक बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरी है. जिसमें एक युवक इस बिजली की चपेट में आ गया. घटना के बाद गांव में अफरा तफरी मच गई. लेकिन इस गांव में लोगों ने युवक की जान बचाने के लिए हॉस्पिटल ले जाने की बजाय एक अनोखा तरीका अपनाया. परिवार के लोगों के साथ मिलकर ग्रामीणों ने जान बचाने के लिए तत्काल घायल युवक को गोबर गड्ढे में गाड दिया गया.

जब युवक की हालात में कोई सुधार नज़र नहीं आया तो कुछ समय बाद 108 की बदौलत चिकित्सीय इलाज के लिए उदयपुर अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.

कब हुआ हादसा
दरअसल लखनपुर ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत मुटकी में दोपहर 3 बजे करीब हल्की बारिश के साथ आकाशीय बिजली के आने से 35 वर्षीय किशून राम राजवाड़े झुलस गया. इसी दौरान पत्नी के साथ दो बच्चे घर के अंदर थे. जिस वक़्त ये हादसा हुआ तब आंगन में पानी के जमाव को निकालने के लिए घायल युवक जाम हुई नाली को साफ कर रहा था. तब ही अचानक आकाशीय बिजली के आने पर युवक बेहोश होकर आंगन में ही गिर गया.

बेसुध को गोबर में गाढ़ा
इधर गांव के बुजुर्गों ने तत्काल सुझाव दिया कि घायल को गोबर से ढंक दो. बुजुर्ग के सुझाव के बाद कुछ लोग गड्ढा खोदने में लग. घर से 100 मीटर की दूरी पर गड्ढा में ले जाकर घायल युवक को सिर के नीचे पूरी भाग को गोबर में गाड़ दिया गया.

युवक के बचने की थी उम्मीद
जिस दौरान युवक को गाड़ा गया उस समय बेसुध युवक का शरीर गरम था हालत नाजुक थी. गांव के लोगों ने डॉक्टर के पास ले जाने की बजाय अंधविश्वास का सहारा लिया. परिवार के लोगों के शोर मचाने पर पड़ोसी के साथ मिलकर जान बचाने के लिए तरह-तरह की उपाय किये गए लेकिन सभी उपाय फेल हुए. थक हार कर ग्रामीणों को अस्पताल का सहारा लेना पड़ा.

अंधविश्वास ने ली जान
108 को सूचना दी गई जिसके बाद मौके पर एम्बुलेंस पहुंची. उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुर में भर्ती कराया गया. लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.अगर  समय रहते युवक को अस्पताल ले जाया जाता तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी. लेकिन अंधविश्वास ने एक बार फिर किसी निर्दोष की जान ले ली.

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