असम के बाद भूपेश बघेल के हाथ अब UP चुनाव प्रचार की कमान, BJP में खुशी की लहर
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असम के बाद भूपेश बघेल के हाथ अब UP चुनाव प्रचार की कमान, BJP में खुशी की लहर

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) से हुई सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) की मुलाकात के दौरान यूपी चुनाव (UP Election 2022) का ताना-बाना बुन लिया गया है. उधर प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी यूपी चुनाव के लिए कमर कस ली है. 

असम के बाद भूपेश बघेल के हाथ अब UP चुनाव प्रचार की कमान, BJP में खुशी की लहर

रायपुर: कांग्रेस अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश चुनाव प्रचार (UP Chunav 2022) और प्रबंधन के मोर्चे पर सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) और प्रदेश संगठन की टीम को बड़ी जिम्मीदरी के साथ मोर्चे पर उतार सकती है. बताया जा रहा है कि हाल ही में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) से हुई सीएम भूपेश बघेल की मुलाकात के दौरान इसका ताना-बाना बुन लिया गया है. वहीं बीजेपी खुश है कि बघेल ने असम में कोई जादू दिखा नहीं पाए. वो यूपी जाएंगे तो इससे बीजेपी को भी फायदा है.

खास बात ये भी है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और मुख्यमंत्री के सलाहकार राजेश तिवारी (Rajesh Tiwari) को पहले ही उत्तर प्रदेश का प्रभारी सचिव बनाया जा चुका है. वे बूथ स्तर पर मैनेजमेंट में जुट भी गए हैं. इतना ही नहीं, हाल ही में छत्तीसगढ़ के प्रशिक्षकों के एक दल ने यूपी के पूर्वांचल इलाके के कई विधानसभा क्षेत्रों में जाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण शिविर का भी आयोजन किया है. उधर प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी यूपी चुनाव के लिए कमर कस ली है. लखनऊ में पार्टी कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगा है जिसमें सिर्फ और सिर्फ प्रियंका गांधी की ही फोटो है. राहुल से लेकर पार्टी के किसी नेता को इसमें जगह नहीं दी गई है.

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पूर्वांचल की सीटें पर ज्यादा ध्यान
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ के नेताओं को पूर्वांचल की विधानसभा सीट की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. ऐसा इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि उत्तर प्रदेश से छत्तीसगढ़ का बॉर्डर भी इसी इलाके में लगता है. प्रदेश में पूर्वांचल के लोगों की संख्या भी ज्यादा है. ऐसे में इस इलाके में चुनाव प्रचार प्रभावी हो सकता है. 

असम में दिखा प्रभाव, पर कमाल नहीं कर पाए
इससे पहले छत्तीसगढ़ के टीम को बिहार और असम के विधानसभा चुनाव के मोर्चे पर उतारा गया था. असम में तो सीएम भूपेश बघेल को सीनियर ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया था और उनकी संगठन की लगभग पूरी कोर टीम असम में चुनाव प्रचार में जुटी रही. हालांकि कांग्रेस असम में जीत हासिल नहीं कर पाई. लेकिन ऐसा माना जाता है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मेहनत के कारण पार्टी कम से कम वहां मुकाबले में आई.

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बीजेपी ने उड़ाया मजाक
हालांकि अभी से इस मामले को लेकर कांग्रेस उत्साहित नजर आ रही है तो बीजेपी तंज कस रही है है. सूबे के कैबिनेट मंत्री रविन्द्र चौबे ने सीएम भूपेश बघेल की तारीफ करते हुए यूपी में जिम्मेदारी मिलने के संकेत दिए हैं. वहीं बीजेपी नेता श्रीचंद सुंदरानी ने तंज कसते हुए कहा है कि अगर सीएम भूपेश बघेल और उनकी टीम को यूपी चुनाव जिताने की जवाबदारी मिलती है तो ये भाजपा के लिए फायदेमंद होगा. क्योंकि असम में इसी जिम्मेदारी का बीजेपी को फायदा हुआ.

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