एसके दूबे के मुताबिक पहले तो बिल्डर को कब्जा हटाने के लिए नोटिस भेजा गया. लेकिन बिल्डर द्वारा इस नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया गया.
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कोरिया/सरवरः जिले के बैकुंठपुर में एक मशहूर बिल्डर द्वारा नहर की जमीन कब्जाने का मामला सामने आया है. जल संसाधन विभाग की शिकायत पर बैकुंठपुर सिटी कोतवाली में बिल्डर संजय अग्रवाल और उनकी पत्नी सीमा अग्रवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. बिल्डर पर आरोप है कि उसने नहर की जमीन को पाटकर सड़क बना दी.
अग्रवाल सिटी प्रोजेक्ट में हुई धांधली
बिल्डर ने अग्रवाल सिटी प्रोजेक्ट के लिए फर्जी तरीके से जमीन को पाटकर उस पर सड़क बना दी. जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता एसके दूबे ने बताया कि गेज परियोजना को अंतर्गत नहर बनाने के लिए खसरा नंबर 108, 109, 110/01 में 0.068 हेक्टेयर जमीन के मुआवजे का भुगतान किया जा चुका है. यह इलाका हर्रापारा से महलपारा के बीच का है. जिस पर बिल्डर ने फर्जी तरीके से जमीन को पाटकर उस पर सड़क बना दी.
एसके दूबे के मुताबिक पहले तो बिल्डर को कब्जा हटाने के लिए नोटिस भेजा गया. लेकिन बिल्डर द्वारा इस नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया गया. बता दें कि जिला मुख्यालय में दो मध्यम सिंचाई परियोजना के तहत 91 किमी में नहर का जाल बिछाया गया था, लेकिन इसमें 5 फीसदी नहर पर कब्जा है, जिससे नहरें विलुप्त हो गई हैं.
शहरी क्षेत्र में गेज व झुमका डैम से निकली नहर पर सबसे अधिक अतिक्रमण किये गए हैं. वहीं इसके आस-पास करीब एक आधे किमी दायरे में नहर गायब है. नहर पाटे जाने से खेतों तक खरीफ और रबी फसल के लिए पानी नहीं पहुंच रहा है. मामले में सिटी कोतवाली प्रभारी कमलाकांत शुक्ला ने बताया कि जल संसाधन विभाग की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है.
उल्लेखनीय है कि बिल्डर संजय अग्रवाल पहले से ही फर्जी तरीके से जमीन खरीद, बिक्री करने के मामले में जेल में है. नहर पर अवैध कब्जे के चलते जिला मुख्यालय के ग्राम कसरा, कंचनपुर, जामपारा, मोदीपारा, चेर, सलका, सलवा, महलपारा, जामपारा, मझगवां समेत आसपास के दर्जनभर गांव में सिंचाई लाभ नहीं मिल पा रहा है.