सीएम शिवराज ने पेगासस मामले में कांग्रेस पर पलटवार किया.
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भोपालः पेगासस साफ्टवेयर के जरिए कथित जासूसी का मामला सुर्खियों में बना हुआ है. फोन टैपिंग से जुड़े इस मामले में पर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने है. वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.
भारत को बदनाम करने की साजिश है
सीएम शिवराज ने कहा कि ''पेगासस मामला विपक्ष की भारत को बदनाम करने की साजिश है, यह पूरा मामला झूठ के बुनियाद पर रचा गया है. सीएम ने कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र को बदनाम करने की अंतरराष्ट्रीय साजिश है. क्योंकि विपक्ष के पास इस मामले में भारत के बारे में एक भी साक्ष्य नहीं है, इसलिए यह पूरा मामला झूटा है.''
कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के नेताओं ने जानबूझकर संसद के मानसून सत्र के प्रारंभ होने के एक दिन पहले ही जासूसी से संबंधित मामला उठाया ताकि बाधा उत्पन्न कर जनता के हित से जुड़े निर्णय न लिए जा सकें।
आज निवास में प्रेस के मित्रों को संबोधित किया। https://t.co/WzAESQWVBI https://t.co/Q1LM49icM0
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 20, 2021
पीएम मोदी की लोकप्रियता से परेशान है कांग्रेस
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ''पीएम मोदी की लोकप्रियता तेजी से पूरी दुनिया में बढ़ रही है. लेकिन कांग्रेस और कुछ विदेशी ताकतें पीएम मोदी की लोकप्रियता से परेशान है. इसलिए इस तरह के मामले उछाले जा रहे हैं, जिनका कोई सबूत कांग्रेस के पास नहीं है. सीएम ने कहा कि कांग्रेस की राजनीति शून्य हो गई है, इसलिए हम उनकी जासूसी क्यों कराएंगे. जासूसी का इतिहास तो कांग्रेस का रहा है. यह वह पार्टी है जिसने कई नेताओं की जासूसी कराई है. चाहे कामराज हो लाल बहादुर शास्त्री हो इन्हे इंदिरा गांधी ने निपटाया है. इसके बाद सोनिया गांधी ने पीवी नरसिम्हा राव सीताराम केसरी जैसे बड़े नेताओं की जासूसी कराई. इसलिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी यही काम करने में लगे हैं. दोनों G-23 के नेताओं को निपटा रहे हैं. जबकि मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ को निपटाने का काम किया है.''
संसद सत्र नहीं चलने देना चाहती कांग्रेस
शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर संसद सत्र ना चलने देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि ''संसद में कई विधेयक लाए गए हैं, इसलिए संसद का यह सत्र बहुत महत्वपूर्ण है, कैबिनेट विस्तार में कई पिछड़े, किसान और गरीब नेताओं को मंत्री पद दिया गया. इन मंत्रियों का परिचय संसद में कराया जाना था. लेकिन शायद विपक्ष को यह पंसद नहीं आया और पहले ही दिन से शोरगुल शुरू कर दिया. विपक्ष संसद नहीं चलने देना चाहती है, देश के विकास में कांग्रेसी बाधा बनने का काम कर रहे हैं''
सीएम शिवराज ने कहा कि ''हमारे लिए राष्ट्र प्रथम है, लेकिन कांग्रेस के लिए परिवार धर्म प्रथम है. उन्होंने कहा कि विपक्ष लगातार देश की छवि खराब करने की कोशिश में लगा है. जब भी देश में कुछ महत्वपूर्ण काम शुरू होता है विपक्ष उस काम के खिलाफ माहौल बनाना शुरू कर देता है. लेकिन इससे कुछ होने वाला नहीं. सीएम ने कहा कि कांग्रेस के जासूसी के सभी आरोपों का वह खण्डन करते हैं.''
क्या है पेगासस जासूसी मामला
दरअसल, 19 जुलाई से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन एक सनसनीखेज रिपोर्ट सामने आई, जिसमें जासूसी साफ्टवेयर पेगासस के जरिए देश के कई लोगों की जासूसी का आरोप लगाया गया. इसमें कहा गया कि इजरायल के पेगासस स्पाईवेयर की मदद से भारत में कई नेताओं, पत्रकारों और सार्वजनिक जीवन से जुड़े लोगों का फोन हैक किया गया है. हालांकि, केंद्र सरकार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया गया. कहा गया कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, यहां प्राइवेसी हर नागरिका का मौलिक अधिकार है. लेकिन अब इस मामले पर लगातार हंगामा मच हुआ है.
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