इंदौर नगर निगम द्वारा टैक्स दोगुना करने के फैसले का बीजेपी विधायक ने विरोध जताया है.
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इंदौरः इंदौर नगर निगम ने 1 अप्रैल से कचरा प्रबंधन शुल्क के साथ ही पानी पर लगने वाले टैक्स को दोगुना करने का फैसला किया है. इसके अलावा एक नया टैक्स सीवरेज चार्ज के रूप में भी लगाया जाएगा. वहीं इंदौर नगर के इस फैसले का नेताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया है. इंदौर की पूर्व महापौर और बीजेपी विधायक मालिनी गौड़ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर टैक्स को दोगुना करने का विरोध किया है.
मालिनी गौड़ ने लिखा सीएम को पत्र
पूर्व महापौर मालिनी गौड़ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखते हुए कहा कि इंदौर नगर निगम द्वारा टैक्स को दोगुना करने का जो निर्णय लिया गया है वह सही नहीं है. निगम के अधिकारियों ने कर बढ़ाने का फैसला करने से पहले जनप्रतिनिधियों से चर्चा भी नहीं की. लेकिन नगर निगम का यह फैसला जनता के हित में नहीं है. इसलिए कर वृद्धि को वापस लिया जाना चाहिए. क्योंकि यह सही फैसला नहीं है.
मालिनी गौड़ ने लिखा कि इस मुश्किल वक्त में टैक्स बढ़ाए जाने से जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, इसलिए टैक्स नहीं बढ़ाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनके महापौर के कार्यकाल में एक बार भी टैक्स नहीं बढ़ाया गया था. इसके बाद भी नगर निगम की आय बढ़ी थी. इसलिए नगर निगम को आय बढ़ाने के दूसरे उपाय करना चाहिए. मालिनी गौड़ ने मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए इस फैसले को वापस लेने की मांग की है.
जल कर व कचरा प्रबंधन शुल्क हुआ दोगुना
बता दें कि राज्य शासन के निर्देश पर इंदौर नगर निगम ने घर-घर कचरा प्रबंधन और जलकर में बढ़ोतरी की है. पहले जहां आधा इंच नल कनेक्शन वालों को 200 रुपये प्रति माह शुल्क देना होता था, तो वहीं अब 400 रुपये देना होगा. वहीं कचरा संग्रहण शुल्क पहले जहां 130 रुपये प्रति माह था तो वहीं उसे बढ़ाकर 260 रुपये कर दिया गया है. इसके अलावा निगम द्वारा अब सीवरेज शुल्क भी लोगों से वसूला जाएगा. इसके अलावा जिनके घरों में सीवरेज लाइन नहीं होगी, उन्हें फीकल सेप्टेज मैनेजमेंट प्रभार देना होगा.
बता दें कि इंदौर शहर में एक अप्रैल से दूध तीन रुपये प्रति लीटर तक महंगा होने वाला है. निजी डेयरी औऱ दूध विक्रेता अब तो जो दूध 46 रुपये प्रति लीटर दे रहे थे, वह अब 49 रुपये लीटर मिलेगा. जानकारी के मुताबिक दूध विक्रेता संघ अध्यक्ष का कहना है कि पेट्रोल- डीजल के दाम बढ़ने से दूध का परिवहन महंगा हो गया है. इस कारण दूध की कीमतों में इजाफा होने वाला है. इंदौर अपर आयुक्त एस कृष्ण चैतन्य ने बताया निगम ने 2019-20 में कचरा प्रबंधन पर 204 करोड़ रुपए, पानी के संचालन और संधारण पर 302 करोड़ और सीवरेज के मेंटेनेंस पर 27 करोड़ रुपए खर्च किए है.
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नया घर-घर कचरा संग्रहण शुल्क
क्षेत्र आवासीय व्यावसायिक
जोन 1 300 360
जोन 2 260 320
जोन 3 200 280
जोन 4 180 240
जोन 5 120 200
जलकर का 60 प्रतिशत सीवरेज चार्ज
सीवरेज लाइन के मेंटेनेंस के लिए नई जलकर राशि का 60% टैक्स सीवरेज चार्ज के रूप में भी लिया जाएगा. यह टैक्स पहली बार नगर निगम द्वारा लगाया जा रहा है.
इस तरह है सीवरेज चार्ज की दरें
आवासीय - 240 प्रतिमाह
व्यावसायिक- 900 प्रतिमाह
औद्योगिक- 1308 प्रतिमाह
शासकीय व अर्धशास. - 240 प्रतिमाह
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