फोन पर किया खाना ऑर्डर, खातों से कट गए 35350 rs, कहीं आप भी तो नहीं करते हैं ये गलती...
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फोन पर किया खाना ऑर्डर, खातों से कट गए 35350 rs, कहीं आप भी तो नहीं करते हैं ये गलती...

इस खबर में ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए आपको कुछ टिप्स दिए गए हैं. पढ़िए पूरी खबर..

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इंदौर: अगर आप भी ऑनलाइन पेमेंट (Online payment) करते हैं तो सावधान हो जाइए. क्योंकि एक गलती से आप भी ठगी (Fraud) का शिकार हो सकते हैं. ताजा मामला इंदौर से सामने आया है, जहां खाने का ऑर्डर देने वाले दीपेश वामने के पास खाना तो नहीं पहुंचा, उल्टा उनके बैंक खातों से 35 हजार 350 रुपए निकल गए. 

ये है पूरा मामला

इंदौर के स्कीम 24 विजय नगर में रहने वाला दीपेश वामने ने बीती 3 फरवरी की रात करीब 9 बजे स्वीगी से खाना ऑर्डर कर 350 रुपए का पेमेंट भी कर दिया था. करीब 1 घंटे बाद जब उनके पास पार्सल नहीं पहुंचा तो उन्होंने कंपनी के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया, लेकिन कॉल कनेक्ट नहीं हो पाया. इसके बाद दीपेश ने स्वीगी की बेवसाइट खोजी और कस्टमर केयर का टोल फ्री नंबर डायल कर दिया. 

ऐसे की गई ऑनलाइन ठगी (Online fraud) 
दीपेश का फोन किसी मितेश नाम के व्यक्ति ने उठाया और पूछा कि खाना किस नंबर से बुक किया गया था. नंबर बताने के बाद मितेश ने कहा कि आपका खाना लेट हो गया है. रात भी हो गई है तो खाना नहीं आ पाएगा. आप चाहें तो पैसे वापस ले सकते हैं. इसके लिए मितेश ने दीपेश के मोबाइल पर एक लिंक भेजकर कहा कि उस पर क्लिक करने से पांच रुपए आएंगे और फिर एक दूसरी लिंक आएगी, जिस पर क्लिक करने से बचा हुआ पूरा पैसा वापस आ जाएगा. 

एक क्लिक में चार खातों से कट गए 35 हजार से ज्यादा रुपए
जब दीपेश ने पहली लिंक पर क्लिक किया तो पांच रुपए उसके खाते में आ गए, लेकिन जब दूसरी लिंक पर क्लिक किया तो उसके होश उड़ गए. क्योंकि उसके खाते से 350 रुपट कटे और फिर लगातार तीन मैसेज आए, जिनमें तीन अलग-अलग बैंकों से 10-10 हजार रुपए, जबकि एक अन्य खाते से पांच हजार रुपए कट गए. 

पैसे कटने के बाद खाना आया
अलग-अलग बैंकों से पैसे कटने के बाद जब दीपेश ने दोबारा उस नंबर पर फोन किया तो फोन नहीं लगा. इसके कुछ समय बाद ही खाना आ गया. खाना लेकर आए डिलीवरी बॉय से दीपेश ने रुपए कटे के बारे में पूछा तो उसने बताया कि आर्डर निरस्त हुआ ही नहीं था. इसके बाद दीपेश इंदौर के विजयनगर थाने में शिकायत करने पहुंचा तो उसे डीआइजी कार्यालय भेज दिया गया. इसके बाद मामले की शिकायत क्राइम ब्रांच में की गई. 

साइबर सेल के एसपी जितेंद्र सिंह ने क्या कहा
साइबर सेल के एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि कई नंबर फर्जी होते हैं. उन्हें पहचानना भी बहुत मुश्किल होता है. इस तरह के कई मामले साइबर सेल में आए हैं. कई को रुपये वापस भी दिलवाए हैं. इस मामले की जांच की जा रही है. 
 
ऑनलाइन ठगी से कैसे बचें (How to save online fraud)

  1. किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसे ठीक तरह से पढ़ लें. अगर लिंक में कोई स्पेलिंग मिस्टेक दिखाई देती है तो उस पर क्लिक न करें.
  2. जब भी किसी को पैसे भेजें या फिर मंगवाए तो बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट या मोबाइल ऐप्स का उपयोग करें.
  3. इंटरनेट पर कहीं भी किसी भी वेबसाइट पर अपने क्रेडिट और डेबिट कार्ड की डिटेल सेव न करें, क्योंकि इससे आपके क्रेडिट और डेबिट कार्ड से एक क्लिक में पेमेंट किया जा सकता है.
  4. ऑनलाइन गैस बुकिंग, खाना आर्डर, ट्रैवल एजेंसी, बैंक संबंधी पूछताछ के लिए किसी भी कस्टमर केयर या शिकायत नंबर गूगल पर सर्च करने में सावधानी बरतें. 
  5. व्हाट्सअप पर आए मैसेज को सच मानकर फॉलो न करें, पहले उसकी सत्यता की जांच कर लें.
  6. यहि आपको ऐसा कोई मैसेज मिलता है, जिसमें प्रतिष्ठित कंपनियों के नाम और ढेर सारा कैशबैक ऑफर किया गया है तो सावधना हो जाएं. क्योंकि वो ठगों की चाल हो सकती है. 
  7. यदि किसी भी वेबसाइट को सर्च करते हैं तो वह भी विश्वसनीय होनी चाहिए, क्योंकि ठग फेक नंबर का उपयोग करते हैं और ठगी के बाद उन्हें बंद कर देते हैं.

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