आपने नहीं देखी होगी ऐसी अर्थी, जिसमें 'राम नाम सत्य' के अलावा लोगों ने पूछा 'नेताजी' का पता
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आपने नहीं देखी होगी ऐसी अर्थी, जिसमें 'राम नाम सत्य' के अलावा लोगों ने पूछा 'नेताजी' का पता

शहरवासियों ने चेतावनी दी है कि अगर हालात नहीं सुधरे तो जनप्रतिनिधियों के घर तेरहवीं की जाएगी. 

आपने नहीं देखी होगी ऐसी अर्थी, जिसमें 'राम नाम सत्य' के अलावा लोगों ने पूछा 'नेताजी' का पता

खंडवा: शहर में बुधवार को अनोखी अर्थी निकली. शव यात्रा में शामिल लोग 'राम नाम सत्य है' बोलते हुए जा रहे थे और लोगों के हाथों में तख्तियां थीं, जिसमें "कहां गए नेताजी" और "क्या हुआ चुनावी वादों का" इस तरह के नारे लिखे हुए थे. इस शव यात्रा में शहर के व्यापारी, बुद्धिजीवी और गणमान्य लोग शामिल हुए शव यात्रा में शामिल हुए लोगों ने नगर पालिका निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपा और कहा कि यदि सुनवाई नहीं हुई तो नेताओं के घर शोक सभा और तेरहवीं भी की जाएगी.

क्या है पूरा मामला
दरअसल, आम लोगों को यह शवयात्रा सच्ची लग रही थी, लेकिन में असल में यह डमी शव यात्रा थी, जो खंडवा के जनप्रतिनिधियों को जगाने के लिए निकाली गई है. बीते दिन एक निजी यात्री बस की चपेट में आने से बाइक सवार एक युवक की मौत हो गई थी. इसकी वजह शहर के बाहर न तो रिंग रोड है और ना ही शहर के अंदर कोई मेजर रोड. यही वजह है कि लोडिंग वाहन शहर के अंदर से होकर गुजरते हैं और आए दिन हादसे होते हैं.

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याद दिलाए चुनावी वादे
मंगलवार को हुई बाइक सवार युवक की मौत के बाद गुस्साए शहर के लोगों ने यह शवयात्रा निकाली. इस दौरान नेताओं को वो वादे याद दिलाए गए, जो चुनाव के वक्त उनके द्वारा किए गए थे.  

ये है असल समस्या की जड़
दरदअसल, खंडवा में 6 बार से बीजेपी से नंदकुमार सिंह चौहान सांसद हैं और लगातार 18 साल से देवेंद्र वर्मा भाजपा के विधायक हैं. इतना ही नहीं लगभग 25 साल से लगातार खंडवा नगर निगम  में भारतीय जनता पार्टी की परिषद है. तीनों ही प्रमुख चुनाव में पिछले 25 साल से  खंडवा के बाहर रिंग रोड बनाना, बायपास निकालना और शहर के अंदर मेजर रोड बनाना प्रमुख मुद्दे रहे हैं. इन्हीं मुद्दों को उठाकर ये जनप्रतिनिधि चुनते आ रहे हैं, लेकिन जैसी कहावत है कि नेता के वादे सिर्फ चुनाव तक सीमित रहते हैं. ये कहावत खंडवा की हालत पर सटीक बैठती है.

विधायक देवेंद्र वर्मा ने क्या कहा?
लोगों का कहना है कि चुनाव जीतने के बाद कोई भी नेता अपने वादों पर कायम नहीं रहता. खंडवा के बुद्धिजीवी लोगों ने जब चुनावी वादों की शव यात्रा निकालकर ज्ञापन दिया तो हमने खंडवा सीट से 18 वर्षों से विधायक चुने जा रहे देवेंद्र वर्मा से उनके वादों के बारे में बात की तो वह  प्रधानमंत्री से लेकर  सांसद को यशस्वी बताते रहे और मूल मुद्दे छोड़कर इधर-उधर की बातें करते हुए ध्यान भटकाते  रहे. उनका कहना था कि बीजेपी विकास के कार्य कर रही है.

प्रशासन का क्या कहना है?
इस मामले में नगर पालिका निगम के आयुक्त हिमांशु भट्ट ने भी वही रटा रटाया जवाब दिया, जो पिछले आयुक्तों द्वारा कई बार दिया जा चुका है. उनका कहना है कि शहर के अंदर मेजर रोड की कार्य योजना बनाई जा रही है. रिंग रोड और बायपास के लिए शासन स्तर पर कार्रवाई चल रही है.

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