इस बार सदन में जाने से पहले माननीयों को पढ़नी होगी विशेष किताब, शिवराज कल करेंगे विमोचन
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इस बार सदन में जाने से पहले माननीयों को पढ़नी होगी विशेष किताब, शिवराज कल करेंगे विमोचन

मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र से पहले माननीयों को एक विशेष किताब दी जाएगी. 

मध्य प्रदेश विधानसभा

भोपालः मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 9 अगस्त से शुरू होने रहा है. मानसून सत्र को लेकर कल विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है. लेकिन इस बार सत्र से पहले सभी विधायकों को इस विशेष किताब दी जाएगी. इस किताब का विमोचन कल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे. 

असंसदीय शब्दों के संकलन की किताब 
दरअसल, इस बार एमपी विधानसभा की कार्यवाही से असंसदीय शब्दों को विलोपित कर दिया गया है. करीब 1500 शब्दों को विलोपित किया गया है यानि अब सदन में माननीय इन शब्दों का प्रयोग नहीं कर सकते. ऐसे में इन विलोपित शब्दों की एक किताब भी बनाई गई है. जिसका विमोचन कल सीएम शिवराज सिंह चौहान और विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम करेंगे. 

पप्पू, फेंकू, बंटाधार जैसे शब्दों का उपयोग नहीं होगा 
खास बात यह है कि सत्र की शुरूआत से पहले ही यह किताब प्रदेश के सभी विधायकों दी जाएगी. विधानसभा अध्यक्ष का कहना है है कि .माननीय ये पुस्तक पड़ेंगे तो उन्हें ज्ञात रहेगा कि उन्हें सदन में किन शब्दों का उपयोग नहीं करना है. विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि इस बार माननीय सदस्य, विधानसभा सत्र के दौरान पप्पू, फेंकू, बंटाधार, चोर, झूठा आदि असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे. यदि कोई नेता अपने संबोधन में इन असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल करता है तो उसे विधानसभा की कार्यवाही के दौरान ही चेतावनी दी जाएगी. माना जा रहा है कि विधानसभा की कार्यवाही के दौरान हंगामे और शोर-शराबे से बचने और चर्चा का स्तर बेहतर बनाने के लिए असंसदीय शब्दों के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है. 

कल सर्वदलीय बैठक 
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा यह एक नवाचार है, जिसकी शुरूआत इसी मानसून सत्र की जाएगी. इसलिए इन शब्दों की एक पुस्तक भी बनवाई गई है. जिससे सत्र से पहले ही माननीय सदस्य इसका अध्ययन कर ले. विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि कल सर्वदलीय बैठक भी आयोजित की गई है. जिसमें मानसून सत्र को लेकर सभी दलों के नेताओं से चर्चा भी होगी. 

वैक्सीन नहीं तो एंट्री नहीं
मध्य प्रदेश विधानसभा में एंट्री के लिए वैक्सीनेशन अनिवार्य कर दिया गया है. इसके तहत जिन विधायकों, अधिकारियों ने वैक्सीन लगवाई होगी, उन्हें ही मानसून सत्र में भाग लेने का मौका मिलेगा और जिन लोगों ने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली होगी, उन्हें विधानसभा की कार्यवाही में भाग नहीं लेने दिया जाएगा. विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि लगभग 80 फीसदी विधायकों का वैक्सीनेशन हो चुका है. जिनका वैक्सीनेशन नहीं हुआ है, उनका विधानसभा में ही कैंप लगाकर वह खुद टीकाकरण कराएंगे. 

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