कमला हैरिस ही नहीं बल्कि जो बाइडेन का भी भारत से कनेक्शन, नागपुर से रिश्ता
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कमला हैरिस ही नहीं बल्कि जो बाइडेन का भी भारत से कनेक्शन, नागपुर से रिश्ता

क्या आप जानते हैं कमला हैरिस के साथ-साथ अमेरिका के नए राष्ट्रपति का भी भारत से खास कनेक्शन है.

कमला हैरिस ही नहीं बल्कि जो बाइडेन का भी भारत से कनेक्शन, नागपुर से रिश्ता

नई दिल्‍ली: अमेरिका को आज 46वां राष्ट्रपति मिल जाएगा. डेमोक्रेट जोसेफ आर बाइडेन जूनियर यानी जो बाइडेन अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ कैपिटल हिल यानी अमेरिकी संसद में बुधवार को स्थानीय समयानुसार दोपहर 12 बजे (भारतीय समयानुसार रात 10.30 बजे) होगा. उनके साथ भारतीय मूल की कमला हैरिस भी उप राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कमला हैरिस के साथ-साथ अमेरिका के नए राष्ट्रपति का भी भारत से खास कनेक्शन है.

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दरअसल महाराष्ट्र के नागपुर में उनके रिश्‍तेदार रहते हैं. जिसका जिक्र उन्‍होंने कई बार अपने भाषण में भी किया है. लेकिन उन्‍होंने उनके मुंबई में रहने की बात की थी, जबकि असल उनके रिश्‍तेदार नागपुर में रहते हैं. 

चकाचौंध से दूर रहते है
टाइम्‍स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट की माने तो बाइडेन की रिश्‍तेदार सोनिया बाइडेन फ्रांसिस का कहना हैं कि हम इस रिश्ते के मामले में चुप रहना पसंद करते है. क्‍योंकि हम नहीं चाहते कि हम इस चकाचौंध में आएं. मीडिया से भी इसलिए दूर रहना परिवार को पसंद है क्योंकि कई बार तथ्यों को गलत दिखा दिया जाता है. बाइडेन और हम वंशावली के जरिये आपस में जुड़े हुए है.

बाइडेन की बहन लगती है सोनिया
सोनिया बाइडेन फ्रांसिस नागपुर की रहने वाली स्‍वर्गीय लेस्‍ली बाइडेन के 14 पड़पोते-पड़पोतियों में से एक है. सोनिया ने कहा वह रिश्ते में वह जो बाइडेन की बहन लगती है. लेस्‍ली और जो बाइडेन के पूर्वज एक ही होने के कारण ये सभी आपस में जुड़े हुए है.

लेस्ली ने जो बाइडेन को लिखा खत
1981 में लेस्‍ली ने साप्ताहिक अंक 'इलस्‍ट्रेटेड वीकली ऑफ इंडिया' में एक आर्टिकल देखा. जिसमें उसका शीर्षक 'अमेरिकन एक्‍सप्रेस' था. उसे जो बाइडेन ने लिखा था. तब वह अमेरिकी संसद के सदस्‍य थे. इस पढ़ने के बाद लेस्‍ली ने जो बाइडेन को 15 अप्रैल 1981 को एक पत्र लिखा और अपने पारिवारिक रिश्‍तों के बारे में बाइडेन से चर्चा करनी चाही.

जो बाइडेन ने भेजा संदेश
जो बाइडेन ने 30 मई 1981 को पत्र लिख लेस्‍ली के पत्र पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि उन्‍हें खुशी है कि उन्‍हें लेस्‍ली का पत्र प्राप्‍त हुआ. इस बीच दोनों को इस दौरान जानकारी हुई कि दोनों के वंशज एक ही हैं. ऐसे में दोनों ने इस पर चर्चा करने की बात कही. हालांकि और बात आगे बढ़ती लेस्‍ली का 1983 में निधन हो गया. इसके बाद उनके पति जेनेवीव ने जो बाइडेन के साथ और बात को आगे नहीं बढ़ाया.

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जो बाइडेन ने कई बार जिक्र किया है
वहीं 2015 को 'यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल' में संबोधित करते हुए बाइडेन ने कहा था कि 'बाइडेन फ्रॉम मुंबई' और मेरे दादा 1848 में जो 'ईस्ट इंडिया टी कंपनी' के लिए काम करते थे. तब उन्होंने शायद किसी भारतीय महिला से शादी कर ली और भारत में ही रह गए. वहीं जो बाइडेन ने मुंबई में 2013 में अपने भाषण में कहा था कि अगर यह सच है तो मैं भारत में भी चुनाव लड़ सकता हूं. 

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