मध्य प्रदेश के ओरछा में राम लला के साथ मनाए जाने वाली होली का अलग ही महत्व है. वहीं भारत में उज्जैन के महाकाल मंदिर के आंगन में 24 मार्च को गोधूलि बेला में सबसे पहले होलिका दहन किया जाएगा.
Trending Photos
Holi 2024: पूरे देश में 25 मार्च को होली का त्योहार धूम धाम से मनाया जाएगा. भारत में सबसे पहले होलिका दहन महाकाल के आंगन यानी उज्जैन से शुरू होता है. इसके अलावा ओरछा की प्राचीन परंपराओं के अनुसार श्रीरामराजा सरकार के आंगन में विधि-विधान से पूजन के साथ होलिका दहन होगा. राजशाही परंपरा के मुताबिक 29 मार्च को होली खेलने के लिए राजा राम गर्भगृह से बाहर निकलकर मंदिर के चौक में विराजेंगे.
गौरतलब है कि देश भर में होली का त्यौहार लोग पूरे धूम धाम से मनाने की तैयारियों में जुटे हुए है लेकिन होली के बाद मध्य प्रदेश के ओरछा में राम लला के साथ मनाए जाने वाली होली का अलग ही महत्व है. आसमान को सतरंगी कर देने वाली निवाड़ी जिले के ओरछा की होली को लोग बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाते हैं. ओरछा में 29 मार्च को होली खेलने के लिए राजा राम गर्भगृह से बाहर निकलकर मंदिर के चौक में विराजेंगे. इस दिन भगवान राम की होली देखने और महोत्सव में शामिल होने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं.
Holi 2024: यहां सबसे पहले जलाई जाती है होली, महाकाल को चढ़ाया जाएगा गुलाल
दरअसल ओरछा को देश की दूसरी अयोध्या के नाम से जाना जाता है. ऐसा बताया जाता है कि भगवान श्री राम अयोध्या से चलकर रानी कुंवरी की गोद में आए थे. राजशाही परंपरा के मुताबिक 29 मार्च को होली खेलने के लिए राजा राम गर्भगृह से बाहर निकलकर मंदिर के चौक में विराजेंगे. इस मौके पर बुंदली फागों के साथ लोग मंदिर परिसर में भजन कीर्तन करेंगे. सबसे पहले मंदिर के पुजारी रामलला पर रंग बरसाएंगे.
दो बार होती है मंगला आरती
रंगोस्तव के दूसरे दिन सुबह 5 बजे मंगला आरती होती है, जो साल में सिर्फ दो मौकों पर होती है. होली के अलावा रामनवमी पर मंगला आरती होती है. भगवान श्री रामराजा सरकार की होली देखने और महोत्सव में शामिल होने यहां दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं.
महाकाल में पहले होगी होलिका दहन
उज्जैन के महाकाल मंदिर के आंगन में 24 मार्च को गोधूलि बेला में होलिका दहन किया जाएगा. इससे पहले संध्या आरती में भगवान महाकाल के साथ जमकर होली खेली जाएगी. इस अवसर पर महाकाल के हजारों भक्त रंगों में नहाये हुए नजर आएंगे. होली के एक दिन पहले ही महाकाल मंदिर में पुजारियों और श्रद्धालुओं द्वारा भगवान महाकाल के साथ होली खेली जाएगी. इसके बाद पुजारी मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना कर होलिका दहन करेंगे. आपको बता दें कि भारत में सबसे पहले होलिका दहन महाकाल के आंगन में होता है.