Holika Dahan Muhurat: मध्य प्रदेश के शहर उज्जैन में यानी बाबा महाकाल की नगर में हर त्यौहार का अपना विशेष महत्व रहता है. इसी तरह यहां होली भी विशेष तरीके से मनाई जाती है. महाकाल मंदिर में ही होली से जुड़ी सभी पूजा विधि संपन्न की जाती हैं. आइए जानते हैं बाबा महाकाल के दरबार में होली के अवसर पर क्या खास होने जा रहा है.
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल की नगरी में हर पर्व बाबा महाकाल के धाम में सबसे पहले मनाए जाने की खास परंपरा है. होली पर्व के 1 दिन पहले रविवार सुबह यानी आज भस्म आरती के दौरान बाबा ने भक्तों संग 51 क्विंटल फूलों से होली खेली.
देर शाम संध्या आरती के बाद होलिका का दहन मंदिर के प्रांगण में ही होगा, जिसके बाद 25 मार्च की अल सुबह भस्मार्ती के दौरान फिर बाबा भक्तों संग रंग गुलाल से होली खेलेंगे और पूरा संसार होली पर्व मनाएगा. बाबा का आज भांग, सूखे, मेवे, चंदन, आभूषणों, से श्रृंगार हर रोज की तरह किया.
श्री महाकालेश्वर मंदिर में संध्या आरती के बाद होलिका दहन किया जाएगा. श्री महाकालेश्वर भगवान की सायं आरती में सर्वप्रथम बाबा श्री महाकालेश्वर जी को गुलाल अर्पित किया जाएगा.
सायं आरती के पश्चात श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण में ओंकारेश्वर मंदिर के सामने होलिका के विधिवत पूजन-अर्चन के पश्चात होलिका दहन किया जाएगा. 25 मार्च धुलंडी के दिन सुबह 4 बजे भस्मारती में सर्वप्रथम बाबा श्री महाकालेश्वर को मंदिर से पुजारी- पुरोहितों द्वारा रंग व गुलाल लगाया जाएगा.
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि 26 मार्च 2024* से परम्परानुसार ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर भगवान की आरतियों के समय में चैत्र कृष्ण प्रतिपदा से अश्विन पूर्णिमा तक परिवर्तन होगा.
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