उज्जैन के महाकाल मंदिर के अलावा कई अन्य चमत्कारी मंदिर भी हैं. जैसे काल भैरव मंदिर, हरसिद्धि माता मंदिर और मंगलनाथ मंदिर. इन मंदिरों की विशेषताएं और आरती के अनुभव आपके मन को शांति प्रदान करेंगे और इन मंदिरों के चमत्कार आपको आकर्षित करेंगे.
इन जगहों को देखने के बाद आपके मन को शांति मिलेगी. साथ ही इन मंदिरों के चमत्कार आपको अपनी ओर आकर्षित करेंगे. यहां हर रोज हजारों भक्त आते हैं.
महाकाल कॉरिडोर में 108 स्तंभ हैं. यहां कई देवी देवताओं की भव्य मूर्तियां विराजमान हैं. जिनको आप महाकाल के दर्शन के बाद देख सकते है. अच्छी बात यह है कि यह मंदिर उज्जैन के आसपास ही हैं.
उज्जैन में महाकाल के दर्शन के बाद आप काल भैरव मंदिर में जा सकते हैं जो देश-विदेश में फेमस है. महाकाल के दर्शन के बाद काल भैरव के दर्शन अच्छे माने जाते है.
पवित्र क्षिप्रा नदी के किनारे राम घाट है. जहां पर रोज 8 बजे घंटियों, झांझों, और डमरू की आवाज के साथ आरती शुरू होती है. इस आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते है. एक स्वर में गाने से पुरा राम घाट गूंज उठता है. शाम को सूरज ढलते समय घाट का नजारा बहुत सुन्दर होता है.
माता के 51 शक्तिपीठों में से एक उज्जैन का हरसिद्धि माता मंदिर है. यहां पर दो दीप स्तंभ है जिनको जलाने वाले को सौभग्यशाली माना जाता है. जो भी दीप स्तंभ जलाते समय मनोकामना मांगता है वह पूरी होती है.
मंगलनाथ भगवान की शिव रूपी प्रतिमा के रूप में पूजा की जाती है.देश-विदेश से लोग इस मंदिर में कुंडली के मंगल दोष को खत्म करवाने के लिए आते है. माना जाता है ग्रह शांति करवाने के बाद ग्रह दोष खत्म हो जाता है.
कालियादेह महल फारसी स्थापत्य कला से बना हुआ है. इसके चारों ओर का वातावरण इस महल को खास बनाते है. महल के आस-पास हरे-भरे बगीचे है साथ ही ये महल पानी से घिरा हुआ है जो देखने में बहुत सुन्दर लगता है.
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