मुरैना जहरीली शराब मामले में 24 मौतों के बाद CM शिवराज का एक्शन, SP-कलेक्टर नपे
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मुरैना जहरीली शराब मामले में 24 मौतों के बाद CM शिवराज का एक्शन, SP-कलेक्टर नपे

गांव में जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला सोमवार को ही शुरू हो गया था. जबकि प्रशासन बुधवार को हरकत में आया. मृतकों के परिजनों ने शवों को सड़क पर रख कर चक्का जाम भी किया था.

ग्रामीणों ने रोड पर शवों को रखकर चक्काजाम किया था

मुरैनाः मुरैना जहरीली शराब मामले में 24 लोगों की मौत के बाद CM ने प्रशासन को फटकार लगाई है. उन्होंने अपना दिल्ली दौरा रद्द करते हुए मुरैना कलेक्टर और एसपी के साथ मीटिंग की और मामले की जानकारी ली. जिसके बाद एक्शन लेते हुए उन्होंने दोनों को ही मुरैना से हटा दिया. इसके बाद आदेश जारी करते हुए डिंडौरी कलेक्टर बी कार्तिकेयन को अस्थाई तौर पर मुरैना का कलेक्टर बनाया गया है.

तीन सदस्यीय दल मुरैना पहुंचा
CM शिवराज ने शराब कांड में जांच करने के लिए तीन सदस्यीय दल बनाया. जिसके बाद अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा, एडीजीपी ए सांई मनोहर और डीआईजी मिथलेश शुक्ला सुबह हबीबगंज एक्सप्रेस से मुरैना पहुंच गए हैं. जांच दल सबसे पहले मानपुर, पहावली में मृतक के परिजनों से मिलकर जानकारी लेंगे. फिर बागचीनी थाना जाएंगे और सारे बिंदुओं पर जांच कर गुरुवार रात को ही वापस निकल जाएंगे.

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आनन-फानन में 4 अड्डों पर कार्रवाई
सीएम की मीटिंग के बाद छेरा गांव पुलिस प्रशासन को लाइन अटैच किया गया. जिसके बाद आबकारी विभाग ने आनन-फानन में शराब के 4 अड्डों पर कार्रवाई की. अड्डों से 550 डिब्बों में भरा हुआ 3 हजार 300 किलो महुआ लहान जब्त किया गया है. जब्त लहान की कीमत 1 लाख 98 हजार रुपये बताई गई है. आबकारी विभाग ने अवैध शराब मामले में एक्शन तो लिया, लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. अब तक 5 से ज्यादा लोगों को मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया जा चुका है.

क्या है मामला
मामला बागचीनी थाना स्थित छेरा मानपुर गांव और सुमावली थाना के पहवाली गांव का है. सोमवार (11 जनवरी) सुबह शराब पीने से एक व्यक्ति की हालत बिगड़ गई थी. परिजन उसे लेकर ग्वालियर जा रहे थे, तभी रास्ते में उसने दम तोड़ दिया. जैसे ही ग्रामीण व्यक्ति का शव लेकर गांव पहुंचे, वहां उन्हें और भी लोगों की तबीयत बिगड़ने के बारे में पता चला. इसके कुछ देर बाद 6 और लोगों की मौत भी हो गई. ग्रामीणों ने इस बात की सूचना स्थानीय थाने में दी.

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सूचना पर पहुंची पुलिस ने बीमार लोगों को मुरैना जिला अस्पताल में भर्ती कराया और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. तभी दो और लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई. मुरैना जिला अस्पताल के डॉ. राघवेंद्र सिंह ने बताया कि सभी लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है. आपको बता दें कि गांव में अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि कुछ की हालत अब भी गंभीर बताई गई है.

ग्रामीणों ने किया था चक्काजाम
मंगलवार को हुई मौतों के बाद ग्रामीणों ने छेरा गांव के एमएस रोड को जाम कर दिया था. ग्रामीणों ने मांग की थी कि मरने वालों को आर्थिक सहायता दी जाए. साथ ही अवैध शराब का काम करने वाले आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो. जिसके बाद मरने वालों को 10-10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता की बात कही गई.

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उज्जैन में 16 लोगों की हुई थी मौत
आप को बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है, जब मध्य प्रदेश में जहरीली शराब पीने से इतने लोगों की मौत हुई है. इससे पहले उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 16 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, उससे पहले लॉकडाउन के दौरान रतलाम जिले में अवैध जहरीली शराब पीने से 8 लोगों की मौत हुई थी.

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