उमा भारती बोलीं- किसान जिद छोड़ें, सरकार भी समझे; 2024 लोकसभा चुनाव लड़ने का किया ऐलान
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उमा भारती बोलीं- किसान जिद छोड़ें, सरकार भी समझे; 2024 लोकसभा चुनाव लड़ने का किया ऐलान

मध्यप्रदेश में हाल ही में घोषित की गई भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा स्वभाविक ढंग से पीढ़ी परिवर्तन को स्वीकार करती है. 

उमा भारती. (File Photo)

बैतूल/इरशादः मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ ​भाजपा नेत्री उमा भारती का कहना है कि किसान आंदोलन कर रहे किसानों को अपनी जिद छोड़ देनी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को भी बहुत सारी चीजें समझ लेनी चाहिए. उमा भारती ने ये भी कहा कि वह 2024 में फिर से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगी. 

किसानों से जिद छोड़ने को कहा
उमा भारती नागपुर से लौटते हुए बैतूल में रुकीं. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात की. जब उनसे किसान आंदोलन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि किसानों को अपना हठ छोड़ना पड़ेगा, क्योंकि मैं इसे एक अच्छा अवसर मान रही हूं. किसानों के लिए भी और सरकार के लिए भी. दोनों के लिए यह अवसर 30 साल बाद आया है. उन्होंने किसान आंदोलन की तारीफ करते हुए कहा कि किसान सकारात्मक भाव से आगे आया है. ना वह हिंसक है ना आक्रमक है. ना किसी की बेइज्जती कर रहा है. वह अपने मन की बात कर रहा है. 

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'सरकार को भी इस अवसर का लाभ लेना होगा. फिलहाल सरकार संशोधन के लिए प्रस्तुत है. उमा भारती ने आगे कहा कि यह दोनों के लिए अवसर है और दोनों को यह अवसर चूकना नहीं चाहिए. सरकार को बहुत सारी चीजें समझ लेनी हैं कि सरकारी नीतियों के द्वारा हम किसानों को लाभ कैसे पहुंचाएं और किसानों को भी यह समझ लेना है कि अब दूसरा अवसर नहीं मिलेगा. लेकिन इसमें हठ और अहंकार दोनों का त्याग करना पड़ेगा'.

इस मामले में क्या सरकार भी हठ कर रही है? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि 'मुझे कुछ लगेगा तो सरकार को कह दूंगी। हमारी पार्टी की ही सरकार है'.

प्रदेश कार्यकारिणी के गठन पर जतायी खुशी

मध्यप्रदेश में हाल ही में घोषित की गई भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा स्वभाविक ढंग से पीढ़ी परिवर्तन को स्वीकार करती है. यहां कोई भी फैसला सभी घटकों से चर्चा के बाद ही होता है. इससे ना तो किसी को आघात लगता है और ना ही किसी को बुरा लगता है. 

क्या अब पुराने और वरिष्ठ नेताओं के दिन लद गए हैं? इस सवाल के जवाब में उमा भारती ने कहा कि सबकी अपनी उपयोगिता, सबका अपना रोल होता है. सब अपना योगदान देते हैं. सब काम करते हैं हमारे यहां कोई नया पुराना नहीं होता. दायित्व में परिवर्तन होता है. 

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2024 लोकसभा चुनाव लड़ने का किया ऐलान

उमा भारती ने दावा किया कि वह 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगी. उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि वे कहीं राज्यपाल पद की दौड़ में शामिल हैं. दलबदल को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई एक याचिका को लेकर उमा भारती ने कहा कि हम इससे सबसे ज्यादा पीड़ित रहे हैं. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उमा भारती ने कहा कि जब 'यह लोग लोकतंत्र की बात करते हैं. तब इन्हें इमरजेंसी याद नहीं आती? जब एक कुर्सी बचाने के लिए पूरे देश को आपातकाल में धकेल दिया गया था. आज यह हमें उपदेश दे रहे हैं. 

उमा भारती ने कहा कि इनके मुंह से लोकतंत्र की बात अच्छी नहीं लगती. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इनकी सरकार अपने कर्मों से गिरी है. यह अपने लोगों को संभाल नहीं सके. जब हमें लगा कि हमें राज्य की अस्मिता, विकास के लिए आगे आना चाहिए, तब हमने अपना कर्तव्य पूरा किया. शिवराज सिंह मुख्यमंत्री बने. हमने राज्य के प्रति अपनी जिम्मेदारी पूरी की है. 

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