UP पुलिस ने किया बांग्लादेश के किडनी ट्रांसप्लांट गिरोह का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार
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UP पुलिस ने किया बांग्लादेश के किडनी ट्रांसप्लांट गिरोह का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार

बांग्लादेश से आए ये लोग नोएडा सेक्टर 62 स्थित एक निजी अस्पताल में अवैध रूप से किडनी का ट्रांसप्लांट करा रहे हैं. सभी आरोपी थाना फेस-3 क्षेत्र में स्थित एक गेस्ट हाउस में रुके हुए थे.

नोएडा पुलिस

गौतमबुद्धनगर: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने इस गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार किया है जो बंग्लादेश से नोएडा आकर फर्जी तरीके से किडनी ट्रांसप्लांट कर रहे थे. इस मामले में शामिल तीन आरोपी अभी भी फरार हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है.

DCP हरीश चंद्रा ने बताया कि अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (प्रशासन) शशि ने थाना फेस- 3 में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि बांग्लादेश के कुछ लोग नोएडा सेक्टर 62 स्थित एक निजी अस्पताल में अवैध रूप से किडनी का ट्रांसप्लांट करा रहे हैं. सभी आरोपी थाना फेस-3 क्षेत्र में स्थित एक गेस्ट हाउस में रुके हुए थे.

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जिसके बाद इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई. जिसमें फेस -3 पुलिस ने शुक्रवार को बांग्लादेश के रहने वाले अहमद शरीफ तथा बिहार के रहने वाले बिचौलिए वाजिद हक को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि इस घटना में शामिल मोहम्मद कबीर हुसैन, सब्बीर तथा अब्दुल मन्नान फरार हैं. 

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बिचौलिए की मदद से करा रहे थे किडनी ट्रांसप्लांट
जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि मोहम्मद कबीर नामक व्यक्ति की किडनी खराब है. जिस पर अहमद शरीफ ने मोहम्मद कबीर की किडनी ट्रांसप्लांट कराने के लिए भारत में रहने वाले बिचौलिए वाजिद हक से संपर्क किया. अहमद ने किडनी डोनेट करने वाले व्यक्ति को भी मोहम्मद कबीर के साथ भारत भेजा. साथ ही किडनी लेने वाले और किडनी देने वाले व्यक्ति के रिश्तेदार होने के फर्जी कागजात भी तैयार कराए.

बता दें कि कोई करीबी रिश्तेदार ही किसी व्यक्ति को किडनी डोनेट कर सकता है. इस बीच सीएमओ को मामले की भनक लग गई और उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दे दी. पुलिस तत्काल इन लोगों का पता लगाने में जुट गई. 
अब पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि क्या इससे पहले भी गिरोह ने अवैध रूप से किडनी ट्रांसप्लांट कराई है.

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