बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति में वरिष्ठतम विधायक को चुनने की परंपरा को नहीं निभाया है.
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भोपाल: मध्यप्रदेश में हाल ही में सत्ता में आई कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार द्वारा विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद विपक्षी दल बीजेपी ने भी इस दौड़ में अपना उम्मीदवार उतार दिया है. कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव से विधायक एन पी प्रजापति ने विधानसभा सचिवालय में नामांकन दाखिल किया वहीं, बीजेपी के उम्मीदवार के तौर पर खंडवा जिले के हरसूद से विधायक एवं पूर्व मंत्री विजय शाह ने पर्चा भरा.
बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति में वरिष्ठतम विधायक को चुनने की परंपरा को नहीं निभाया है. विधानसभा अध्यक्ष पद के लिये नामांकन पत्र दाखिल करने के समय शाह के साथ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी के अन्य नेता भी मौजूद थे.
हमारे MLA को नहीं बनाया प्रोटेम स्पीकर
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राकेश सिंह ने पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘लोकतंत्र परंपरा से चलता है. मध्यप्रदेश में परंपरा का लम्बा इतिहास रहा है लेकिन कांग्रेस स्थापित परंपराओं से भटक गई है. हमारी या उनकी पार्टी के वरिष्ठतम विधायकों (नवनिर्वाचित विधानसभा सदस्यों में) में से किसी को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ भी वरिष्ठतम लोकसभा सांसद होने के नाते लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर बनाए गए थे.
कमलनाथ का बयान
विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी की ओर से उम्मीदवार उतारे जाने का स्वागत करते हुए कमलनाथ ने कहा, ‘‘मैं उनके निर्णय का स्वागत करता हूं. मंगलवार तक सब कुछ साफ हो जाएगा. प्रोटेम स्पीकर के चुनाव में वरिष्ठतम सदस्य को चुनने की परंपरा तोड़ने के बीजेपी के आरोप पर उन्होंने कहा कि इस मामले में मुझे उनसे कुछ सीखना नहीं है.’’
इनका कहना
इस बीच, प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा, ‘‘मध्यप्रदेश में सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाता रहा है और बीजेपी इसका पालन करेगी.’’