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Mask Compulsory In Ladakh: लद्दाख (Ladakh) में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के मामलों के अचानक बढ़ने के बीच प्रशासन ने केंद्र शासित प्रदेश के लेह (Leh) जिले में लोगों के लिए मास्क (Mask) पहनना अनिवार्य कर दिया है. डीएम श्रीकांत बालासाहेब सुसे के गुरुवार को जारी किए गए एक आदेश के मुताबिक, कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए लेह में सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के लिए मास्क पहनना अब अनिवार्य है. आदेश का उल्लंघन करने पर 500 रुपये का जुर्माना भरना होगा.
लद्दाख में बढ़े कोरोना के मामले
अधिकारियों ने बताया कि लद्दाख में कोरोना वायरस के 22 नए मामले सामने आने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में संक्रमण के मामले बढ़कर 28,411 हो गए. वहीं, गुरुवार को 11 मरीजों को संक्रमण से उबरने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. केंद्र शासित प्रदेश में अभी 78 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जिनमें से लेह में 77 और करगिल में एक कोरोना एक्टिव मरीज है.
कोरोना के आंकड़ों ने डराया
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से देशभर में कोरोना मामलों में इजाफा हुआ है. बीते 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस के 17,070 से ज्यादा नए केस रजिस्टर हुए हैं. देश में एक्टिव केस बढ़कर 1,07,189 हो गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 23 कोरोना संक्रमित मरीजों की जान चली गई.
WHO ने कही ये बात
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शुक्रवार को दक्षिण-पूर्व एशिया में देशों से कोविड-19 रोधी वैक्सीनेशन अभियान तेज करने का आह्वान किया क्योंकि क्षेत्र में फिर से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा कि क्षेत्र में कोविड-19 रोधी वैक्सीन की खुराक देने को लेकर काफी प्रगति हुई है, लेकिन कई देश जून अंत तक अपनी 70 प्रतिशत आबादी को टीके की सभी प्राथमिक खुराकें देने का वैश्विक लक्ष्य गंवा चुके हैं.
डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, ‘हम जानते हैं कि कोविड-19 रोधी वैक्सीन की डोज सभी स्वरूपों से गंभीर बीमारियों और मौतों के खिलाफ उच्च स्तर की सुरक्षा मुहैया कराती हैं. हमें स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों, वयस्कों, अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित लोगों और गर्भवती महिलाओं के तेजी से टीकाकरण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. महामारी अभी तक खत्म नहीं हुई है, हमें समुदायों की सुरक्षा के अपने प्रयासों को बढ़ाना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘हमें भारत के शानदार प्रयासों और ऐसे वक्त में कोविड-19 रोधी वैक्सीन मुहैया कराने में अन्य देशों को उसके समर्थन की सराहना करनी चाहिए जब वैश्विक स्तर पर टीके की आपूर्ति सीमित थी.’
क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि कोविड-19 कोई मामूली बीमारी नहीं है बल्कि अगर कोई स्वस्थ है तो भी यह गारंटी नहीं है कि उसमें संक्रमण हल्का होगा. वैक्सीनेशन से कोविड-19 से गंभीर रूप से बीमार पड़ने का खतरा कम हो जाता है. अब सभी देशों के पास कोविड-19 रोधी कई वैक्सीन हैं और टीकों की कोई कमी नहीं है.
(इनपुट- भाषा)
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