Mayawati News: आज मायावती अपना जन्मदिन मना रही हैं. आज ही I.N.D.I.A अलायंस में शामिल होने को लेकर उन्होंने बड़ा फैसला लिया. बीएसपी अकेले ही चुनाव लड़ेगी. इससे पहले सीएम योगी ने फोन कर उन्हें जन्मदिन की बधाई दी तो नई चर्चा शुरू हो गई. अब साफ हो गया है कि वह विपक्षी गठबंधन में नहीं जाएंगी.
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Yogi wishes Mayawati Happy Birthday: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बसपा सुप्रीमो मायावती को आज जन्मदिन की बधाई दी है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, 'बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई! ईश्वर से आपके लिए उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु की प्रार्थना है.' खबर है कि सीएम ने मायावती को फोन करके भी बधाई दी. उन्होंने मायावती से कुशलक्षेम पूछा. 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सीएम योगी का मायावती को उनके बर्थडे पर फोन करने के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं. वैसे भी राजनीति में कहा जाता है कि कोई स्थायी मित्र या शत्रु नहीं होता है.
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई!
ईश्वर से आपके लिए उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु की प्रार्थना है।@Mayawati
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 15, 2024
बड़े फैसले से पहले योगी का फोन
हां, योगी के फोन की अहमियत इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि आज ही मायावती कांग्रेस की अगुआई वाले I.N.D.I.A विपक्षी गठबंधन में शामिल होने को लेकर फैसला करने वाली थीं. दोपहर में उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया कि बीएसपी अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ेगी. इससे पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने भी मायावती को फोन कर जन्मदिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी थीं. सोशल मीडिया पर यह जानकारी देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की और दीर्घायु होने की कामना करता हूं.
कुछ हफ्ते पहले अमरोहा से बसपा सांसद दानिश अली को पार्टी से निलंबित किया गया था. बाद में उन्होंने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को समर्थन दे दिया. इससे दोनों दलों के बीच तल्खी बढ़ गई थी. मायावती पहले से कांग्रेस से नाराज बताई जा रही हैं. अब योगी के फोन के बाद मायावती ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया.
ना बीजेपी के साथ, ना खिलाफ
मायावती यूपी के सबसे बड़े दलित चेहरे के रूप में अनुसूचित जाति और जनजाति समुदाय की राजनीति करती आई हैं. हालांकि 2014 में बीजेपी के उभार के साथ ही वह राजनीति में हाशिए पर चली गईं. हालांकि SC-ST समुदाय का एक बड़ा तबका अब भी उन्हें वोट करता है. आम चुनाव में अब तक वह न तो भाजपा के साथ थीं और न ही विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में शामिल हुई थीं.
पिछले दिनों सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ उनकी काफी तल्खी देखी गई थी. ऐसा लग रहा था कि सपा-बसपा में खटास के चलते वह ऐंटी-बीजेपी मोर्चे में शामिल नहीं होंगी. हालांकि मायावती ने यह भी कहा है कि भविष्य में कब किसकी जरूरत पड़ जाए कुछ कहा नहीं जा सकता. उनका इशारा भविष्य में आने वाले नतीजों में नंबरगेम की तरफ था. अगर किसी भी पक्ष के नंबर कम आए तो ऐसी ही पार्टियां किंगमेकर के तौर पर उभरती हैं.
तब की योगी सरकार से अपील
वैसे, सीएम योगी पहले भी मायावती को जन्मदिन की बधाई देते रहे हैं लेकिन इस बार इसके मायने अलग हैं. कुछ दिन पहले सपा सरकार के शासनकाल को कोसते हुए मायावती ने सीएम योगी से मदद भी मांगी थी. उन्होंने कहा था कि सपा सरकार के दौरान कई दलित विरोधी फैसले लिए गए थे. उन्होंने बीएसपी यूपी स्टेट ऑफिस के पास ऊंचा पुल बनाए जाने का जिक्र करते हुए कहा था कि BSP यूपी सरकार से वर्तमान पार्टी प्रदेश कार्यालय के स्थान पर दूसरे सुरक्षित स्थान पर व्यवस्था करने का विशेष अनुरोध करती है.