कोरोना संक्रमण (Corona Crisis) से बिगड़ते हालात को देखते हुए विपक्ष हमलावर हो गया है. प्रियंका गांधी ने सरकार के सामने कई सवाल खड़े किए हैं. इस पर पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की प्रतिक्रिया सामने आई है.
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नई दिल्ली: देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण (Corona Crisis) से हालात बिगड़ रहे हैं. कहीं वैक्सीन की कमी हो रही है तो कहीं अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे हैं. बहुत सी जगहों पर ऑक्सीजन की भी कमी हो रही है. ऐसे में सरकार पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. इस परिस्थिति को देखते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि देश के हालात, खराब प्लानिंग का नतीजा है. इस पर सरकार की ओर से भी पलटवार किया गया है. केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'कोरोना का इलाज है पर कांग्रेस का नहीं.'
प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने अपने बयान में कहा, 'सबको मिलकर इस भयावह स्थिति का सामना करना पड़ेगा चाहे किसी राजनितिक पार्टी का क्यों न हो. हौसला रखिये ,पॉजिटिव रहिए और एक दूसरे की मदद करें.'
साथ ही उन्होंने कहा, 'पूरे देश से ऑक्सीजन कमी की खबर आ रही है. हमने ठीक से तैयारी की होती तो पहले और दूसरे वेव के बीच में काफी समय था तैयारी करने का. ऑक्सीजन दुनिया में सबसे ज्यादा भारत में बनता है, लेकिन टैंकर्स ट्रक्स की कमी है. 1.1 मिलियन Remdesivir विदेश एक्सपोर्ट हुआ, 6 करोड़ वैक्सीन विदेश में बांटी गईं. ये सब खराब प्लानिंग का नतीजा है.'
सरकार पर तंज कसते हुए प्रियंका (Priyanka Gandhi) ने कहा, 'आज भी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. स्टेज पर जा कर हंस रहे हैं. लोग रो रहे है, ऐसे में आप कैसे कह रहे हैं की चुनाव प्रचार से संक्रमण नहीं बढ़ रहा है ?'
उत्तर प्रेदश में अव्यवस्था की स्थिति पर प्रियंका (Priyanka Gandhi) ने कहा, 'सेरो सर्वे के बाद टेस्टिंग बढ़ाने की अक्टूबर में जरूरत थी, लेकिन टेस्टियंग नहीं बढ़ाई गई, क्यों? सिर्फ आंकड़े घटाने के लिए. प्राइवेट लैब्स को मना किया टेस्टिंग के लिए, क्यों? अपनी इमेज सुधारने के लिए, कम आंकड़े दिखाने के लिए. आपने बिस्तर क्यों नहीं बढाए? ऑक्सीजन सप्लाई क्यों नहीं बढ़ाई ?'
श्मशान खाट की स्थिति पर प्रियंका (Priyanka Gandhi) ने कहा, 'श्मशान पर भीड़ है. एलपीजी कूपन ले कर खड़े है लकड़ी नहीं मिल रही है. जब लखनऊ शमसान में अफरा-तफरी की खबर आई तो स्टील की सीटिंग लगाना शुरू कर दिया की पता न चले. मैं सकारात्मक तौर पर कह रही हूं कि लोगों को आंकड़े बताइये ताकि लोग सतर्क हों.'
आखिर में प्रियंका (Priyanka Gandhi) ने कहा, 'जो परिस्थितिया है, जो सबके साथ हो रहा है, ऐसे में नाराजगी तो होगी न, हम पी आर में पड़े हैं. छोड़िये ये सब, हम सब को जोड़िये. हम साथ खड़े हो कर लड़ेंगे. अहंकारी सरकार वो होती है जो किसी की नहीं सुनती है. आज सिर्फ विपक्ष नहीं पूरे देश की बात नकारी जा रही है.'
प्रियंका (Priyanka Gandhi) की इन बातों का मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा, 'समस्या का समाधान बनना चाहिए व्यवधान नहीं. साल 2020 में जब संकट आया था तो हमारे पास क्या था? पीएम मोदी की मजबूत इच्छा शक्ति का नतीजा है की आज सुविधाएं हैं, टीका टेस्टिंग लैब है, टेस्टिंग किट है. आज हम इस संकट से उबर रहे हैं. कोई और देश रहता तो टूट जाता. जान है तो जहां है. अपनी और देश की सेहत की चिंता करिये और उसके बाद राजनीती करिये.'
साथ ही प्रियंका से सवाल करते हुए नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi ) ने कहा, 'इनका CONSTRUCTIVE सुझाव क्या है? सिर्फ नकारात्मक बातें. सियासी व्यवधान का हिस्सा बनने की जरुरत नहीं है. ये सिर्फ भ्रम पैदा कर रहे हैं. इतना गैरजिम्मेदार व्यवहार नहीं देखा. मिलजुल करके काम करना होगा. हम फिर से जंग जीतेंगे. मेरी सलाह है, जो एक्सपर्ट्स हैं उन पर छोड़ दें. कांग्रेस के हेडक्वार्टर से भ्रम और भय बंद होना चाहिए. असामान्य स्थिति को सामान्य बनाने के लिए मोदी सरकार राज्य सरकार से मिल कर काम कर रही है. हम होंगे कामयाब'
नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने आगे कहा, 'ये जो पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स हैं उनको थोड़े दिन के लिए विराम ले लेना चाहिए. मोदी जी ने कहा है की ट्रैक, टेस्ट एंड ट्रीट. कुछ लोगो की आदत है सुबह से शाम तक मोदी जी को कोसना है, उनका इलाज हम कर ही नहीं सकते. कोरोना का इलाज है पर कांग्रेस का नहीं.'
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