केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग की स्कूल छोड़ने वाली लड़कियों को देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के 'ब्रिज कोर्स' के जरिए शिक्षा और रोजगार से जोड़ा जाएगा.
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नई दिल्ली: अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के नेतृत्व में मंगलवार को दिल्ली के अंत्योदय भवन में मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन की 112वीं गवर्निग बॉडी और 65वीं आम सभा की बैठक हुई. इस बैठक के बाद मुख्तार अब्बास नकवी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि मोदी सरकार ने सांप्रदायिकता और तुष्टीकरण की 'बीमारी' को खत्म किया है और देश में स्वस्थ समावेशी विकास का माहौल बनाया है. नकवी ने कहा कि सरकार 'समावेशी विकास, सर्वस्पर्शी विश्वास' के प्रति प्रतिबद्ध है.
#WATCH Union Minister of Minority Affairs Mukhtar Abbas Naqvi: Madrasas which are there in large number across the country are to be connected with the formal education & mainstream education so that those children in Madrasas can also contribute in the development of the society pic.twitter.com/wHPO9zed4N
— ANI (@ANI) June 11, 2019
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि देशभर में बने बड़ी संख्या में मदरसों को औपचारिक शिक्षा और मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ा जाएगा, ताकि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे भी समाज के विकास में योगदान दे सकें. उन्होंने अल्पसंख्यकों को मिलने वाली स्कॉलरशिप पर कहा है कि केंद्र सरकार पांच करोड़ से ज्यादा गरीब अल्पसंख्यक वर्गों के गरीब छात्र छात्राओं को वजीफा देगी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अल्पसंख्यक वर्गों के सशक्तिकरण के साथ शैक्षणिक, सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग की स्कूल छोड़ने वाली लड़कियों को देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के 'ब्रिज कोर्स' के जरिए शिक्षा और रोजगार से जोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि मदरसा शिक्षकों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम अगले महीने लॉन्च किया जाएगा. मदरसों में मुख्यधारा की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए मदरसा शिक्षकों को विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से प्रशिक्षण दिलाया जाएगा. नकवी ने कहा कि "केंद्र सरकार 3E स्कीम के तहत ऐजुकेशन (शिक्षा), एम्प्लायमेंट (रोजगार व रोजगार के मौके) और एम्पावरमेंट (सामाजिक-आर्थिक-सशक्तिकरण)" से अगले पांच वर्षों में 5 करोड़ छात्रों को स्कालरशिप देगी. इनमें 50 प्रतिशत से ज्यादा लड़कियों को शामिल किया जाएगा.