Krishnanand Rai Murder Case: कृष्णानंद राय (Krishnanand Rai) हत्याकांड मामले में जल्द फैसला आ सकता है. इस केस में मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) और उसका भाई अफजाल अंसारी (Afzal Ansari) आरोपी हैं. कोर्ट में इस केस पर बहस पूरी हो चुकी है.
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Mukhtar Ansari Crime List: उत्तर प्रदेश में माफियों के ऊपर कानून का शिंकजा लगातार कसता जा रहा है. मानों माफियाओं पर मुसीबतों के पहाड़ सा टूट पड़ा हो. जहां एक ओर अतीक अहमद (Atique Ahmed) को उमेश पाल (Umesh Pal) अपहरण केस में सजा मिल चुकी है. वहीं दूसरी ओर मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) और उसके भाई अफजाल अंसारी (Afzal Ansari) पर भी अदालत जल्द ही बड़ा फैसला सुनाने जा रही है. आपको बता दें कि कृष्णानंद राय हत्याकांड (Krishnanand Rai Murder Case) से जुड़े मामले में मुख्तार अंसारी और बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी पर 15 अप्रैल को कोर्ट फैसला सुनाएगा. गैंगस्टर मामले में कोर्ट में मुख्तार अंसारी और उसके भाई अफजाल अंसारी के खिलाफ बहस पूरी हो चुकी है. इस मामले में सांसद अफजाल अंसारी जमानत पर हैं. गैंगस्टर मामले में कृष्णानंद राय हत्याकांड, वाराणसी के रूंगटा अपहरण और हत्याकांड को मिलाकर गैंग चार्ट बनाया गया था.
BJP विधायक समेत 7 की हत्या का आरोप
बता दें कि साल 2005 में बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय समेत 7 लोगों की हुई हत्या हुई थी. इस हत्याकांड को मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के बसनिया चट्टी पर अंजाम दिया गया था. फिर साल 2007 में गैंगस्टर एक्ट के तहत अफजाल अंसारी, मुख्तार अंसारी और एजाजुल हक पर मुकदमा दर्ज हुआ था. दूसरी ओर माफिया अतीक अहमद की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. अतीक के बेटे उमर पर लखनऊ के कारोबारी को देवरिया जेल ले जाकर मारपीट के मामले में आरोप तय होने हैं.
अब इस मामले में बढ़ेगी अतीक की मुश्किल
सीबीआई स्पेशल कोर्ट ने इस मामले में अतीक और उमर की अर्जी भी खारिज कर दी है. अब माफिया अतीक अहमद और उसके बेटे उमर पर आरोप तय होंगे. मामले की एफआईआर 28 दिसंबर 2018 को लखनऊ के कृष्णानगर थाने में हुई थी.
दबोचा गया अतीक का शागिर्द
इस बीच अतीक के एक और शागिर्द को STF ने धर दबोचा है. कौशांबी का रहने वाले शाहरुख को धूमनगंज से तमंचे और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया है. STF को शक है कि अतीक के बेटे के कहने पर शाहरुख ने अरमान के भाई को शाइस्ता से 50 हजार रुपये लेकर दिए थे.
फिलहाल अतीक अहमद उमेश पाल अपहरण कांड में साबरमती जेल में सजा काट रहा है. उसे उम्रकैद की सजा मिली है. जबकि उमेश पाल हत्याकांड में उसका पूरा परिवार जांच के घेरे में है. जाहिर है दहशत फैलाने वाले माफियाओं को कानून एक-एक कर उनके गुनाहों की सजा सुना रहा है.
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