सीएम देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के दौरान पायल के परिवारवालों ने मामले में दोषी आरोपियों के खिलाफ कडी कारवाई की मांग की है. परिवारवालों की मांग के बाद सीएम ने यह मामला मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप दिया है.
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मुंबई : अपनी वरिष्ठ सहकर्मियों द्वारा कथित तौर पर जातीय टिप्पणी किये जाने से परेशान होकर खुदकुशी करने वाली 26 वर्षीय चिकित्सक पायल तड़वी खुदकुशी मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है. इस मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर से जांच के आदेश जारी किए गए हैं. वहीं, दूसरी तरफ इस मामले में पायल के परिजनों ने गुरुवार को वैद्यकिय शिक्षा मंत्री गिरीश और देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की.
परिवार ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
सीएम देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के दौरान पायल के परिवारवालों ने मामले में दोषी आरोपियों के खिलाफ कडी कारवाई की मांग की है. परिवारवालों की मांग के बाद सीएम ने यह मामला मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप दिया है.
तीन आरोपियों को पुलिस ने किया था गिरफ्तार
पायल तड़वी खुदकुशी मामले में बुधवार को अग्रिपाड़ा ने पुलिस ने तीनों डॉक्टर हेमा आहूजा, भक्ति मेहर, अंकिता खंडेलवाल को गिरफ्तार किया था. भक्ति मेहर को सेशन कोर्ट के पास से गिरफ्तार किया गया जब वो बुर्खा पहन कर कोर्ट में जा रही थी, वहीं हेमा आहूजा को अंधेरी रेलवे स्टेशन के पास से देर शाम हिरासत में लिया गया, चुकी महिला को रात के समय गिरफ्तार नही कर सकते है इसके लिए अग्रिपाड़ा पुलिस ने शिवड़ी मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट से गिरफ्तार करने की इजाज़त मांगी जो मजिस्ट्रेट ने दे दी.
एक्शन में महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग
महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने भी इस मामले पर संज्ञान लिया और अस्पताल अधिकारियों को नोटिस जारी कर आठ दिन के अंदर यह बताने को कहा है कि उन्होंने रैगिंग विरोधी कानून को लागू करने के लिये क्या कदम उठाए. तड़वी को खुदकुशी के लिये उकसाने की आरोपी तीन महिला चिकित्सकों ने मामले में “निष्पक्ष जांच” की मांग की है.