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मुंबई: मनसुख हिरेन की हत्या और सचिन वझे केस को लेकर महाराष्ट्र में सियासत गरमाई हुई है. इस बीच अमरावती लोक सभा सीट से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा (Navneet Rana) ने इस मुद्दे को संसद में उठाया और कहा कि जिस पुलिस अधिकारी को 16 साल तक निलंबित रखा गया, उसे महाराष्ट्र में महा विकास अघाडी सरकार आते ही बहाल क्यों कर दिया गया? मामले को संसद में उठाने के बाद नवनीत राणा ने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया कि शिवसेना सांसद अरविंद सावंत (Arvind Sawant) ने उन्हें जेल में डालने और देख लेने की धमकी दी. हालांकि अरविंद सावंत ने आरोपों को झूठा करार दिया है.
अमरावती लोक सभा सीट से निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा (Navneet Kaur Rana) राजनीति में आने से पहले पंजाबी और साउथ इंडियन फिल्मों में काम कर चुकी हैं और उनकी पर्सनल लाइफ भी काफी चर्चा में रही है. नवनीत ने साल 2011 में अमरावती के बडनेरा विधान सभा क्षेत्र से विधायक रवि राणा से शादी की थी. नवनीत कौर राणा और रवि राणा की पहली मुलाकात बाबा रामदेव के आश्रम में हुई थी और इसके बाद उन्होंने सामूहिक विवाह समारोह में शादी की थी.
नवनीत कौर राणा (Navneet Kaur Rana) का जन्म 3 जनवरी 1986 को मुंबई में हुआ था. नवनीत के पिता आर्मी में अफसर थे और मूल रूप से पंजाब के रहने वाले हैं. नवनीत ने 10वीं पास करने के बाद मॉडलिंग करना शुरू कर दिया और इस दौरान उन्होंने कई म्यूजिक एल्बम में भी काम किया. मॉडलिंग में सफल होने के बाद उन्होंने फिल्मों की तरफ रुख किया और कन्नड़ फिल्म 'दर्शन' से करियर की शुरुआत की. इसके बाद उन्होंने तेलुगु, मलयालम और पंजाबी फिल्मों में भी काम किया.
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टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, नवनीत कौर का योग और बाबा रामदेव से काफी जुड़ाव है. नवनीत की अपने पति रवि राणा (Navneet Kaurt-Ravi Rana Love Story) से पहली मुलाकात बाबा रामदेव के आश्रम में ही हुई थी, जब दोनों एक योग कैंप में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे.
बाबा रामदेश के आश्रम में मुलाकात के बाद नवनीत कौर और रवि राणा को एक दूसरे से प्यार हो गया और दोनों ने शादी करने का फैसला किया. 2 फरवरी 2011 को नवनीत और रवि राणा ने एक सामूहिक विवाह समारोह में शादी की. इस विवाह समारोह में कुल 3162 जोड़ों की शादी हुई थी. उस समय रवि राणा विधायक थे और इस कारण दोनों की शादी काफी चर्चा में रही थी. शादी समारोह में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, बाबा रामदेव, सुब्रत रॉय और विवेक ओबेरॉय शामिल हुए थे.
रवि राणा से शादी के बाद नवनीत ने साल 2014 से लोक सभा चुनाव में एनसीपी (NCP) के टिकट पर अमरावती सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन वह हार गईं. इस दौरान विपक्षी पार्टियों ने उनके कास्ट सर्टिफिकेट पर सवाल उठाया था, जिसके बाद कोर्ट ने मुंबई पुलिस को एफआईआर दर्ज कर जांच के आदेश दिए थे. इसके बाद 2019 के लोक सभा चुनाव में वह अमरावती सीट से निर्दलीय सांसद चुनी गईं.