Sabka Saath Sabka Vikas: लोकसभा चुनावों परिणामों के बाद बीजेपी लगातार अपने संगठन को लेकर सुर्ख़ियों में है और तमाम राज्यों में समीक्षाओं का दौर जारी है. इसी कड़ी में पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में बीजेपी की बैठक में सीनियर लीडर शुभेंदु अधिकारी का एक बयान छाया हुआ है. उन्होंने अपने एक चौंकाने वाले बयान में कहा कि मुसलमानों की बीजेपी में कोई जगह नहीं है. हम सबका साथ, सबका विकास' नहीं कहेंगे, बल्कि हम कहेंगे जो हमारे साथ हैं, हम उनके साथ हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

असल में शुभेंदु अधिकारी ने साफ कहा है कि मैंने राष्ट्रवादी मुसलमानों के बारे में बात की थी और आप सभी ने भी कहा था कि 'सबका साथ, सबका विकास' लेकिन मैं इसे अब और नहीं कहूंगा, बल्कि अब हम कहेंगे 'जो हमारे साथ हम उनके साथ', सबका साथ, सबका विकास बंद करो', शुभेंदु अधिकारी यहां तक कह गए कि हमें अल्पसंख्यक मोर्चे की जरूरत नहीं है.


कुछ ही घंटों में सफाई भी दे डाली


लेकिन जैसे ही यह बयान सामने आया बवाल मच गया. सोशल मीडिया पर भी लोगों ने निशाना बना लिया. बस कुछ ही घंटों में वे अपने बयान से मुकर गए. उन्होंने कहा कि मेरे बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है. मैं स्पष्ट हूं कि जो राष्ट्रवादी हैं, इस राष्ट्र और बंगाल के लिए खड़े हैं, हमें उनके साथ रहना चाहिए. जो लोग हमारे साथ नहीं खड़े होते, राष्ट्र और बंगाल के हित के खिलाफ काम करते हैं, हमें उन्हें बेनकाब करने की जरूरत है. 


बोले- पीएम मोदी के साथ खड़ा हूं


सफाई में शुभेंदु अधिकारी ने यह भी कहा कि ममता बनर्जी की तरह, हमें लोगों को बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक में विभाजित नहीं करना चाहिए, मैं प्रधानमंत्री के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के आह्वान को अक्षरश: साकार करता हूं. उनकी ये सफाई भले आई है लेकिन उन्होंने तो जो बयान दिया वह सफाई से बिलकुल उलट है. उन्होंने साफ कहा था कि सबका साथ सबका विकास की जरूरत ही नहीं है. 


पीएम मोदी ने दिया था ये नारा


मालूम हो कि पीएम मोदी ने खुद साल 2014 में सभी भारतीयों को बिना किसी धर्म और जाति के शामिल करते हुए यह नारा दिया था. पीएम मोदी आए दिन सबका साथ सबका विकास का नारा देते रहते हैं. साथ ही वे इसमें सबका विश्वास सबका प्रयास भी जोड़ चुके हैं. लेकिन अब शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि मैंने राष्ट्रवादी मुसलमानों के बारे में बात की थी, लेकिन अब मैं 'सबका साथ, सबका विकास' और नहीं कहूंगा, इसके बजाए हम कहेंगे कि 'जो हमारे साथ हम उनके साथ', अल्पसंख्यक मोर्चे की भी कोई जरूरत नहीं है.



बंगाल में लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मायूसी


बता दें कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव 2024 में ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी को 42 में से 29 सीटें मिली थी. बीजेपी को पश्चिम बंगाल में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन उनको सिर्फ 12 सीटों पर जीत मिली. बीजेपी पश्चिम बंगाल में संदेशखाली जैसे घटनाओं पर आक्रामक हुई थी लेकिन पार्टी को चुनाव में इसका फायदा नहीं मिला. शुभेंदु ने अपने बयान में उपचुनाव में बीजेपी की हार की वजह भी बताई. उन्होंने कहा कि उपचुनाव में हजारों लोगों ने वोटिंग नहीं की. लोकसभा चुनाव में मुस्लिम वोटरों ने तृणमूल कांग्रेस को वोट दिया.