Odisha Rail Accident: ओडिशा के भीषण रेल हादसे ने सैकड़ों परिवारों को गहरे जख्म दिए हैं. ये हादसा, भारतीय रेलवे के इतिहास के सबसे बुरे हादसों में से एक है. हादसे में 288 लोगों ने जान गंवा दी, वहीं 900 से ज्यादा लोग अभी अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं.
Trending Photos
Odisha Rail Accident: ओडिशा के भीषण रेल हादसे ने सैकड़ों परिवारों को गहरे जख्म दिए हैं. ये हादसा, भारतीय रेलवे के इतिहास के सबसे बुरे हादसों में से एक है. हादसे में 288 लोगों ने जान गंवा दी, वहीं 900 से ज्यादा लोग अभी अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं. इस बीच घटनास्थल से केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का एक वीडियो सामने आया है. रेल मंत्री ओडिशा में हुए हादसे का जायजा लेने सुबह दुर्घटनास्थल पर पहुंचे.
इस दौरान मंत्री ने दुर्घटना की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए और कहा कि फिलहाल, ध्यान केवल बचाव अभियान पर है. उस समय, उन्होंने दुर्घटना स्थल का भी निरीक्षण किया और खोज और बचाव अभियान चला रहे एनडीआरएफ के अधिकारियों से मुलाकात की.
शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस की टक्कर और बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के बारे में बात करते हुए, अश्विनी वैष्णव ने कहा, "यह एक बड़ी दुखद दुर्घटना है. रेलवे, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और राज्य सरकार बचाव अभियान चला रहे हैं. हर संभव प्रयास कर रहे हैं." स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. मुआवजे की घोषणा कल की गई थी. इसकी जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है."
उन्होंने आगे कहा, "हमारी प्राथमिकता बचाव और राहत कार्यों का संचालन करना है. जिला प्रशासन से अनुमोदन के बाद, बहाली शुरू हो जाएगी. रेल सुरक्षा आयुक्त द्वारा एक स्वतंत्र जांच के रूप में एक विस्तृत उच्च स्तरीय जांच की जाएगी."
स्थिति का जायजा लेने के दौरान रेल मंत्री को बचाव अभियान चला रहे एनडीआरएफ के अधिकारियों से मिलने के लिए मलबे पर चढ़ते और गुजरते हुए देखा गया.
#WATCH | Railways Minister Ashwini Vaishnaw thanks NDRF officials who are actively engaged in the search and rescue operation in #Balasore#OdishaTrainTragedy pic.twitter.com/AcQvmexrr8
— ANI (@ANI) June 3, 2023
एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन ने खोज और बचाव अभियान को अंजाम देने के लिए मिलकर काम किया. कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने के बाद, 900 से अधिक लोग घायल हुए हैं. भुवनेश्वर के अधिकारियों के अनुसार आपदा स्थल पर 200 एंबुलेंस, 50 बसें, 45 मोबाइल स्वास्थ्य इकाइयां और 1,200 कर्मचारी काम कर रहे थे.
(एजेंसी इनपुट के साथ)