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नई दिल्ली: लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में एसआईटी (SIT) की रिपोर्ट आने के बाद जहां राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साथ-साथ विपक्ष ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teni) के इस्तीफे की मांग तेज कर दी है, वहीं केंद्र सरकार अभी किसी भी तरह की कार्रवाई के मूड में नहीं दिख रही है. लेकिन विपक्ष भी उनके इस्तीफे की मांग पर अड़ा हुआ है.
इस मुद्दे पर जहां राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेता सदन में हंगामा करते रहे लेकिन अजय मिश्र टेनी गृह मंत्रालय में बेफिक्र होकर अपना काम निपटा रहे थे. गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर उनको मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई. इसके ठीक बाद लखीमपुर कांड और टेनी के मुद्दे पर हंगामा शुरू हो गया. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि टेनी को तुरंत मंत्रिमंडल से हटाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'लखीमपुर खीरी में जो हत्या हुई है, जो मंत्री इसमें शामिल हैं...यहां कहा गया है कि साजिश है. हमें इस मुद्दे पर बोलने दिया जाना चाहिए.. आपके मंत्री ने किसानों को मारा है. उसको सजा मिलनी चाहिए.'
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कुछ कांग्रेस सांसदों ने अपने 'हाथों में किसानों के हत्यारे को बर्खास्त करो' की तख्तियां भी लिए हुए हैं. राहुल गांधी ने सरकार पर हमले का मोर्चा खुद संभाला हुआ था. उन्होंने कहा, 'यह जो मंत्री है, उसको सरकार से निकाल देना चाहिए. ये क्रिमिनल है. इसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.' इसके बाद कांग्रेस के कई नेताओं जैसे मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य नेताओं ने भी एक सुर में मंत्री टेनी को हटाने की मांग की.
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इससे पहले कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने लोकसभा में लखीमपुर खीरी हिंसा, SIT रिपोर्ट और गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को तत्काल बर्खास्त करने की मांग पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है. केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले का कहना है कि जो भी गलत है, उसको सजा मिलनी चाहिए. वहीं कांग्रेस, मोदी सरकार से सवाल पूछ रही है कि अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी कब होगी?
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