सूरत (Surat) के बच्चे का हृदय रूस (Russia) के एक 4 साल के बच्चे में और उसके फेफड़े को यूक्रेन (Ukraine) के एक 4 साल के बच्चे में ट्रांसप्लांट (Organ Transplant) किया गया है. ये मासूम अपने किडनी, लीवर और आंखों के साथ आज 7 लोंगो में जिंदा है.
गुजरात के सूरत (Surat) में 4 साल का एक बच्चा जश ओझा खेल-खेल में गिर गया था. जिसके बाद उसे तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसका ब्रेन डेड घोषित कर दिया. (फोटो साभार: सुबोध व्यास)
डॉक्टरों द्वारा जश का ब्रेन डेड घोषित करने के बाद उसके माता-पिता सदमे में थे. तब सूरत (Surat) की समाज सेवी संस्था डोनेट लाइफ के नीलेश मांडलेवाला ने जश के परिवार से मुलाकात की और उन्हें अंग दान करने के लिए समझाया. (फोटो साभार: सुबोध व्यास)
बता दें कि इसके बाद जश ओझा के परिवार ने अपने बच्चे के अंगों का दान करने का फैसला लिया. फिर जश के हृदय, फेफड़े, किडनी, लीवर और आंखों का दान किया गया. (फाइल फोटो/फोटो साभार: रॉयटर्स)
जान लें कि जश द्वारा दान किए गए अंगों की वजह से सात लोगों को नई जिंदगी मिली. जश का हृदय और फेफड़े को सूरत (Surat) से ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से चेन्नई के MGM अस्पताल लाया गया. चेन्नई और सूरत (Surat) के बीच 1,615 किलोमीटर की दूरी है जो सिर्फ 160 मिनट में तय की गई. (फोटो साभार: सुबोध व्यास)
गौरतलब है कि जश ओझा का हृदय रूस के एक 4 साल के बच्चे में और उसके फेफड़े को यूक्रेन के एक 4 साल के बच्चे में ट्रांसप्लांट किया गया है. जश अपने किडनी, लीवर और आंखों के साथ आज 7 लोगों में जिंदा है. बता दें कि डॉ. सुभाष चंद्रा शो में अंगदान (Organ Donation) को प्रोत्साहन देने के लिए काम करने वाली समाज सेवी संस्था के नीलेश मंडलेवाला का सम्मान किया जा चुका है. अंगदान (Organ Donation) से एक साथ कई लोगों को नई जिंदगी दी जा सकती है. (फाइल फोटो/फोटो साभार: रॉयटर्स)
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