राजधानी दिल्ली के मध्य में स्थित झंडेवालान एक सिद्धपीठ है. मान्यता है कि झंडेवाली मां के दर्शन से लोगों की हर मुराद पूरी हो जाती है.
नवरात्र के पवित्र मौके पर मंदिर को भव्य रूप देने के लिए रंग बिरंगे फूलों से सजाया गया है, जिसे देख हर कोई मोहित हो जाता है.
मंदिर के अंदर कोई सामान लेकर जाने की इजाजत नहीं दी गई है. साथ ही कोरोना को देखते हुए 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और 65 साल से अधिक आयु के बुजुर्गों को मंदिर में दर्शन करने की मनाही है.
शैलपुत्री को ऊर्जा का स्त्रोत माना जाता है. इसलिए नवरात्र के पहले दिन श्रद्धालु भक्ति भाव से मां को प्रसन्न करने के लिए पूजा अर्चना करते हैं
शारदीय नवरात्र इस साल 8 दिन के ही होंगे. इस बार नवरात्र में महाअष्टमी और नवमी एक ही तिथि को होगी.
राजधानी दिल्ली के मध्य में स्थित झंडेवालान एक सिद्धपीठ है, जो झंडेवाली माता को समर्पित है. मंदिर में पूरे साल भक्त माता के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में आते है. मान्यता है कि झंडेवाली मां के दर्शन से लोगों की हर मुराद पूरी हो जाती है.
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