किसी भी आंदोलन को शुरू करने और फिर उसका दायरा बढ़ाने के लिए कुछ एक्शन पॉइंट्स तैयार किए जाते हैं. इन एक्शन पॉइंट्स को जिस दस्तावेज में दर्ज किया जाता है, उसे Tool Kit कहते हैं.
यानी Tool Kit किसी भी आंदोलन की रणनीति का हिस्सा होता है. Tool Kit को उन्हीं लोगों के बीच शेयर किया जाता है, जिनकी मौजूदगी से आंदोलन का असर बढ़ाने में मदद मिल सकती है.
आपको याद होगा 15-20 वर्ष पहले देश में जब कोई रैली, हड़ताल या फिर आंदोलन होता था, तब दीवारों पर पोस्टर चिपकाए जाते थे. उस वक्त पोस्टर ही Tool Kit की तरह काम करते थे.
अब वक्त बदल गया है. अब सोशल मीडिया पर हैशटैग के जरिए आंदोलन को पॉपुलर किया जाता है. Tool Kit में ये बताया जाता है कि लोग क्या लिख सकते हैं.
कौन से हैशटैग यूज कर सकते हैं. किस दिन, किस वक्त ट्वीट्स या पोस्ट्स से फायदा होगा. कौन सी बात ट्वीट करनी है और क्या फेसबुक पर पोस्ट करना है, ये सब ToolKit में समझाया जाता है.
ToolKit में लोगों को कैंपेन मटेरियल, न्यूज़ आर्टिकल्स की जानकारी दी जाती है और उन्हें बताया जाता है कि कैसे प्रदर्शन करना है.
इसी Tool Kit को आंदोलन चलाने वाले लोग शेयर करते हैं. सिर्फ आंदोलन में नहीं, राजनीतिक पार्टियां, बड़ी-बड़ी कंपनियां भी कई बार इसी तरह ToolKit का प्रयोग अपने विचार और प्रोडक्ट की मार्केटिंग के लिए करती हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़