किसान बिल के खिलाफ पंजाब-हरियाणा के किसानों का हल्ला (Farmers protest) बोल जारी है.
पुलिस अधिकारी अपने स्टाफ को ब्रीफ कर रहे हैं. वहीं डीसीपी साउथ- ईस्ट आरपी मीणा ने ज़ी न्यूज़ से बातचीत में कहां कि हमारे सारे जवान मुस्तैद हैं. डीएनडी और दिल्ली -फरीदबाद बॉर्डर पर हमारे साउथ-ईस्ट की पुलिस को लगाया गया है. हम लोगों से अपील करते हैं की कोरोना गाइडलाइंस का पालन किया जाए. किसानों को प्रदर्शन की इजाज़त नहीं है.
वहीं जिस ट्रैक्टर से किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं. वैसे ही ट्रैक्टर में किसानों को रोकने के लिए सीमेंट के बैरिकेड लगाए जा रहे हैं.
दिल्ली-फरीदाबाद बॉर्डर पर पुलिस के पुख्ता इंतजाम हैं. खुद डीसीपी साउथ-ईस्ट आर पी मीणा सुरक्षा का जायजा ले रहे हैं. दिल्ली पुलिस के साथ बीएसएफ के जवानों को तैनात किया गया. ड्रोन कैमरे के साथ, सीमेंट के बैरिकेड क्रेन से लगाए जा रहे हैं. टियर गैस, वज्र वाहन और वॉटर कैनन को भी तैनात किया गया है. हर आने-जाने वाले वाहन पर नजर रखी जा रही है.
किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च के मद्देनजर हरियाणा से राष्ट्रीय राजधानी को जोड़ने वाले मार्गों को दिल्ली पुलिस द्वारा बंद कर दिये जाने से शुक्रवार को शहर में अहम रास्तों पर वाहनों का जाम लग गया. दिल्ली यातायात पुलिस ने बताया कि इस प्रदर्शन के चलते ढांसा और झाड़ौदा कलां बॉर्डर यातायात के लिए बंद कर दी गई और यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग लेने को कहा गया है.
यमुना एक्सप्रेस वे पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने जाम लगाया. जाम लगने की वजह से एक्सप्रेसवे पर वाहनों की रफ्तार थम गई है. मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी के बाद भी जाम लगा.
मथुरा में भी किसानों का प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. मथुरा में किसानों ने यमुना एक्सप्रेस वे को ब्लॉक कर दिया. पुलिसबल भी मौके पर मौजूद है.
उग्र प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए गाजियाबाद के तमाम मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए हैं जिसके चलते गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले लोगों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है.
किसानों आंदोलन को देखते हुए दिल्ली से सटी सीमाएं छावनी में तब्दील हो गई हैं.
प्रदर्शनकारी किसानों पर पुलिस ने किया वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया.
फोटो: सौरभ रावल
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