कृषि मंत्री ने कहा कि रास्ते जाम होने से लोग परेशान हो रहे हैं.
दोपहर 12 बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में बैठक होगी. किसानों ने कहा कि हर बात मनवाकर लौटेंगे.
केंद्र सरकार से चौथे दौर की वार्ता के लिए किसान नेता सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) से बस में सवार होकर निकल चुके हैं.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने फिर की किसानों से आंदोलन (Farmers Protest) रोकने की अपील की है. कृषि मंत्री ने कहा कि रास्ते जाम होने से लोग परेशान हो रहे हैं.
कृषि कानून (Agricultural law) का विरोध कर रहे किसानों से आज दोपहर 12 बजे सरकार की चौथे दौर की वार्ता होगी.
NH-24 रोड (NH-24 Road) को किसानों ने जाम कर दिया है. किसानों ने बीच सड़क पर बैठकर धरना शुरू कर दिया है. सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी है.
गाजियाबाद-मेरठ से दिल्ली जाने वाली सड़क पर किसान बैठे हैं. घर से दफ्तर, जरूरी काम से निकलने वालों की परेशानी बढ़ गई है.
किसान संगठनों और सरकार के बीच महत्वपूर्ण बैठक होनी है. बैठक पर एनसीआर के लोगों की सबसे अधिक नज़र रहेगी.
दिल्ली को हरियाणा यूपी से जोड़ने वाली सड़कों पर जगह जगह इस आंदोलन का असर दिखा.
कई जगहों पर ट्रैफिक को रोकना पड़ा. इसके चलते कामकाज के लिए निकले लोगों को दिक्कत हुई.
कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों का प्रदर्शन अब दिल्ली एनसीआर के लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी करने लगा है.
सरकार लिखित में दे सकती है. कम जमीन वाले किसानों को MSP की गारंटी मिल सकती है. सरकार को संसद के विशेष सत्र की जरूरत नहीं.
सूत्रों के मुताबिक MSP को लेकर सरकार का रुख सकारात्मक है. MSP खत्म नहीं होगी.
सोम प्रकाश ने कहा, सरकार खुले मन से किसानों की हर समस्या पर बातचीत करने के लिए तैयार है. खालिस्तानी नारे लगना दुर्भाग्यपूर्ण है. किसान यूनियनों को ऐसे तत्वों को रोकना चाहिए.
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने ZEE NEWS से खास बातचीत में कहा कि एमएसपी पर सरकार को लिखित में देने से कोई एतराज नहीं है.
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा, 'जो किसानों का आंदोलन चल रहा है, MSP को लेकर कानून बने. केंद्र उसकी अनदेखी कर रहा है. मोदी सरकार को समझना होगा कि किसान जाति में नहीं बंट सकता है. किसान, किसान होता है. बीजेपी किसानों की पार्टी नहीं. किसानों की मांग को सरकार को गंभीरता से लेना होगा.'
फोटो: राजू राज, प्रमोद पराशर
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