टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, जर्मनी के क्रिस मुलर (Chris Muller) ने रूस की एक स्कूल टीचर जूलिया उख्वाकातिना (Julia Ukhvakatina) के साथ शादी के बंधन में बंध गए. इस विदेशी कपल ने शादी समारोह में गरबा खेला और आशीर्वाद के लिए बुजुर्गों के पैर छुए. दुनिया के लगभग हर महाद्वीप की यात्रा कर चुके मुलर ने भारत को अपनी शादी के डेस्टिनेशन के तौर पर चुना. मुलर ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उन्होंने भारत में अपने घर जैसा महसूस किया.
साल 2019 में आध्यात्मिक विज्ञान को सीखने के बाद, इस कपल ने हिंदू रीति-रिवाज से शादी करने का प्लान बनाया. इस दौरान उनकी मुलाकात लालाभाई पटेल से हुई. ये दोनों लालाभाई पटेल के गांव सरोदिया गए जहां उन्हें उस जगह और लोगों से प्यार हो गया.
दोनों ने वैदिक रीति-रिवाजों और मंत्रों के साथ हिंदू रीति रिवाज से शादी की. क्रिस मुलर ने बताया कि एक समय था जब उन्हें रईसों की तरह जिंदगी जीने का शौक था. उनके पिता जर्मनी में एक बड़े बिजनेसमैन हैं. वो खुद एक जर्मन और सिंगापुर स्थित कंपनी के सीईओ हैं. इसके बाद भी वो भारतीय संस्कृति को फॉलो करते हैं.
मुलर की मुलाकात वियतनाम में रूस निवासी जूलिया उख्वाकातिना से हुई थी. मुलर और जूलिया पिछले तीन सालों से भारत में ही रह रहे हैं. मुलर स्पिरैटियो यूजी और इनर लिविंग प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ और संस्थापक हैं.
बीती 19 दिसंबर को क्रिस मुलर और जूलिया उख्वाकातिना की शादी बड़े धूमधाम से हुई. कोविड महामारी के चलते जारी प्रतिबंधों के मद्देनजर इन दोनों के माता-पिता इस शादी में शरीक नहीं हो पाए. ऐसे में लालाभाई पटेल और उनकी पत्नी ने सारी रस्में निभाईं.
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