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IAS Keerthi Jalli: स्टेडियम में कुत्ता घुमाने वाले IAS कपल के बाद सुर्खियों में क्यों छाई ये IAS? लोग कर रहे जमकर तारीफ

IAS Keerthi Jalli: अपनी पोजिशन का गलत फायदा उठाकर कुत्ते को स्टेडियम में वॉक कराने वाले सीनियर IAS संजीव खिरवार और उनकी IAS पत्नी रिंकू डुग्गा की जहां देशभर में आलोचना हो रही है. वहीं असम की एक युवा IAS अधिकारी कीर्ति जल्ली (IAS Keerthi Jalli) अपने अच्छे कामों की वजह से सुर्खियां बटोर रही हैं.

कछार जिले की डीसी हैं कीर्ति जल्ली

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कछार जिले की डीसी हैं कीर्ति जल्ली

कीर्ति जल्ली (IAS Keerthi Jalli) असम के कछार जिले की जिला उपायुक्त यानी DC हैं. कछार जिला इन दिनों बाढ़ की गंभीर चपेट में आया हुआ है. वहां पर लोगों की फसलें पानी में डूबकर बर्बाद हो गई हैं और घर पानी में टूट गए हैं. 

 

बाढ़ प्रभावित इलाकों का कर रहीं दौरा

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बाढ़ प्रभावित इलाकों का कर रहीं दौरा

ऐसे में लोगों को बाढ़ की विभीषिका में राहत पहुंचाने के लिए डीसी कीर्ति जल्ली ने खुद आगे बढ़कर मोर्चा संभाला हुआ है. वे न केवल खुद बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रही हैं बल्कि पीड़ितों को राशन, दवा, साफ पानी और कंबल-कपड़े भी उपलब्ध करवा रही हैं.

25 मई को पहुंची थीं चेसरी गांव

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25 मई को पहुंची थीं चेसरी गांव

डीसी कीर्ति जल्ली (IAS Keerthi Jalli) 25 मई को बाढ़ प्रभावित चेसरी गांव का निरीक्षण करने पहुंची. नदी के बीचोंबीच टापू पर बसे इस गांव तक पहुंचने के लिए उन्होंने नाव का सहारा लिया. उसके बाद ही वे लोगों तक पहुंच पाईं.

कीचड़ से भरे रास्ते पर आराम से चलीं

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कीचड़ से भरे रास्ते पर आराम से चलीं

गांव में पहुंचने पर अंदर जाने के लिए कोई रास्ता नहीं था. ऐसे में वे खुद चप्पल उतारकर कीचड़ से भरे रास्तों से होते हुए अंदर पहुंची और गांव का हाल जाना. उन्होंने अधिकारियों को मिट्टी कटाव रोकने और गांव वालों को राहत के सामान पहुंचाने पहुंचाने का आदेश दिया.

 

साफ पानी से पैर धोने से कर दिया इनकार

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साफ पानी से पैर धोने से कर दिया इनकार

गांव में पहुंचने पर जब कुछ अधिकारी उनके पांव धुलवाने के लिए साफ पानी लेकर पहुंचे तो उन्होंने मना कर दिया और कहा इस पानी को गांव वालो को दे दो. वे बाढ़ के पानी से ही अपने पैर धो लेंगी. 

जिले में बाढ़ से 291 गांव हुए प्रभावित

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जिले में बाढ़ से 291 गांव हुए प्रभावित

बताते चलें कि इस साल आई भयानक बाढ़ से कछार जिले में 291 गांव प्रभावित हुए हैं. इसके चलते 1,63,000 लोग प्रभावित हुए हैं. इस आपदा की वजह से 11,200 घरों को नुकसान पहुंचा है और उन्हें दूसरी जगहों पर शरण लेनी पड़ी है. वहीं कछार में 5,915 हेक्टेयर का फसल डूब गई हैं. अब प्रशासन लोगों तक राहत पहुंचाने के अभियान को तेज करने में जुटा है. 

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