केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने 'इंडिया का DNA E-Conclave' में कहा..
केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा, 'हमारे देश में खेलों की परंपरा रही है. आज वो जमाना नहीं रहा कि खेलोगे-कूदोगे तो होगे खराब की बात कही जाती है. बल्कि अब खेलोगे-कूदोगे तो बनोगे लाजवाब का नारा दिया जा रहा है.'
किरण रिजिजू ने बताया कि मोदी सरकार इसीलिए 'खेलो इंडिया' और 'फिट इंडिया' जैसे कार्यक्रम लेकर आई, जिससे कि लोगों में फिट रहने के प्रति जागरुकता आई है. इन कार्यक्रमों को अपार सफलता मिली है. सरकार चाहती है कि हर नागरिक को फिट रहना चाहिए.
रिजिजू ने बताया कि पीएम मोदी ने हमको लक्ष्य दिया है कि 2028 तक भारत को खेलों के लिहाज से टॉप 10 देशों की श्रेणी में शुमार करना है. हम लोग उसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर आगे बढ़ रहे हैं. इस बार ओलंपिक में पहले की तुलना में अधिक स्पर्द्धाओं में हम शिरकत कर रहे हैं.
केंद्रीय खेल मंत्री ने कहा, 'नॉर्थ-ईस्ट में मोदी सरकार ने जैसा काम किया वैसा किसी और ने नहीं किया. सबसे बड़ी बात है कि पूर्वोत्तर के लोगों को सरकार के साथ कनेक्ट किया गया है.'
किरण रिजिजू ने कहा कि कोरोना की वजह से ओलंपिक एक साल के लिए टल गया है. इसको देखते हुए ओलंपिक की तैयारी पर हम विचार कर रहे हैं. स्पोर्ट्स एक बहुत बड़ी इंडस्ट्री है. इससे बड़ी संख्या में लोग जुड़े हैं. अगर खेल की गतिविधियों में इजाफा होगा तो रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. लेकिन कोरोना की वजह से इस वक्त देश में स्वास्थ्य और सुरक्षा प्राथमिकता है.
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