काशी आज 352 साल बाद फिर से एक ऐतिहासिक पल का गवाह बनेगा. रानी अहिल्याबाई ने 352 साल पहले काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था. फिर महाराजा रणजीत सिंह ने बाबा विश्वनाथ के मंदिर के शिखर पर सोने की परत चढ़वाई थी और अब 2021 में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण पूरा हुआ है जिससे मंदिर परिसर का नजारा अद्भुत हो गया है. (फोटो साभार- पीटीआई)
बता दें कि वाराणसी में बाबा विश्वनाथ के मुख्य मंदिर के आसपास सैकड़ों मंदिर और थे, जिनका अधिग्रहण करके पर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण करना बहुत जटिल प्रक्रिया थी. शायद इसीलिए किसी और सरकार ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनवाने का फैसला करने की हिम्मत नहीं की. (फोटो साभार- पीटीआई)
जान लें कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर करीब सवा 5 लाख स्कवायर फीट में बनाया गया है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाने के लिए सैकड़ों घरों का अधिग्रहण किया गया. इस दौरान विरोध भी हुआ लेकिन आखिकार सरकार को सफलता मिली. (फोटो साभार- पीटीआई)
पीएम मोदी आज रेवती नक्षत्र में दोपहर 1:37 बजे से शुरू होने वाले 20 मिनट के शुभ मुहूर्त में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पहले फेज का उद्घाटन करेंगे. इसे करीब 339 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. (फोटो साभार- पीटीआई)
गौरतलब है कि 12 ज्योतिर्लिंगों और 51 सिद्धपीठों के पुजारी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के साक्षी बनेंगे. उद्घाटन समारोह में बीजेपी शासित 18 राज्यों के सीएम भी मौजूद रहेंगे. (फोटो साभार- पीटीआई)
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