CISF के शहीदों को भीषण आग की घटनाओं के दौरान उनकी कर्तव्यनिष्ठ वीरता, साहस और कर्तव्य के प्रति समर्पण और बलिदान के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया.
नई दिल्ली के सीजीओ कॉम्प्लेक्स में भीषण आग लगने के दौरान वीरता दिखाते हुए महावीर प्रसाद गोदारा शहीद हो गए थे. वो सीआईएसएफ में उप-निरीक्षक (कार्यकारी) के पद पर साल 2008 में नियुक्त किए गए थे. पिछले साल 2019 में 6 मार्च को महावीर प्रसाद गोदारा सीजीओ कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली में शिफ्ट प्रभारी के रूप में तैनात थे. सुबह लगभग 08:30 बजे पंडित दीन दयाल अंत्योदय भवन, सीजीओ कॉम्प्लेक्स की 5वीं मंजिल पर अचानक आग लगने की सूचना मिली, जहां सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय का कार्यालय है. आग के संबंध में जानकारी मिलने के बाद वो बचाव कार्य के लिए तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे. जब वो घटनास्थल पर क्विक रिएक्शन टीम के साथ फंसे कर्मियों को निकाल रहे थे तो अचानक एक दीवार ढहने पर वहां घना धुआं निकलने लगा. जिसको देखने के बाद टीम के अन्य सदस्य पीछे हट गए लेकिन महावीर प्रसाद गोदारा मौके से बिना पीछे हटे बचे लोगों की तलाश में जुटे रहे और घने धुएं की चपेट में आ गए. उन्हें तुरंत एम्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें शहीद घोषित कर दिया था. उन्हें मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया.
सितंबर 2019 में सुबह लगभग 06:35 बजे ओएनजीसी मुंबई में उरण प्लांट के एलपीजी गेट पर तैनात सीआईएसएफ के जवानों को गैस की गंध महसूस हुई और उन्हें सांस लेने में भी परेशानी होने लगी. फिर उन्होंने तुरंत इस संबंध में मेन गेट कंट्रोल रूम को सूचित किया. संयंत्र में गैस के रिसाव के संबंध में मेन गेट कंट्रोल रूम से फोन आने पर लगभग 06:47 बजे सीआईएसएफ फायर विंग के जवान तुरंत एसटीएफ के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. हेड कांस्टेबल (फायर) एरना नायक, कांस्टेबल (डीसीपीओ) महेंद्र कुमार पासवान और कांस्टेबल (फायर) सतीश प्रसाद कुशवाहा प्लांट के अंदर गए और गैस रिसाव के स्रोत की खोज शुरू की. अचानक घटना स्थल पर धमाका होने के कारण एरना नायक, महेंद्र कुमार पासवान और सतीश प्रसाद कुशवाहा जो आग बुझाने में लगे हुए थे, आग की चपेट में आ गए और शहीद हो गए. इन्हें मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया.
शौर्य चक्र अदम्य साहस और वीरता के लिए दिया जाता है. ओएनजीसी मुंबई के उरण प्लांट में आग बुझाने के दौरान एरना नायक और महेंद्र कुमार पासवान के साथ सतीश प्रसाद कुशवाहा ने भी अद्भुत शौर्य का प्रदर्शन किया था. उन्हें मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया.
ओएनजीसी मुंबई में उरण प्लांट में ब्लास्ट के दौरान कांस्टेबल महेंद्र कुमार पासवान भी एरना नायक और सतीश प्रसाद कुशवाहा के साथ बहादुरी से आग बुझाने के काम में जुटे हुए थे. शहीद महेंद्र कुमार पासवान को भी मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया.
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