26 फरवरी 2019 को भारत सरकार ने बालाकोट एयरस्ट्राइक पुलवामा हमले का बदला लिया.
14 फरवरी 2019, को 78 गाड़ियों का काफिला CRPF के 2500 जवानों को लेकर नेशनल हाइवे 44 पर जम्मू से श्रीनगर जा रहा था.
काफिला तड़के 3.30 पर जम्मू से निकला था और शाम तक उसे श्रीनगर पहुंचना था. नेशनल हाइवे दो दिन से बंद था यही वजह थी कि काफिले में बड़ी संख्या में वाहन शामिल थे.
अवंतिपुरा के पास लेथापोरा में दोपहर करीब 3.15 पर विस्फोटकों से भरी एक कार जवानों को ले जा रही एक बस से टकरा गई. धमाके में सीआरपीएफ की 76वीं बटालियन के 40 जवान शहीद हो गए, जबकि कई घायल हो गए. घायलों को श्रीनगर के बेस अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया.
जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली और हमलवर आदिल अहमद डार का एक वीडियो भी जारी किया. 22 वर्षीय डार काकपोरा का रहने वाला था और साल भर पहले ही उसने आतंकी संगठन को ज्वाइन किया था.
भारत सरकार ने इस कायराना हमले का बदला लेने के लिए आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक करने का फैसला किया. 26 फरवरी को 12 मिराज 2000 जेट ने एलओसी पार की और बालकोट में आतंकी ठिकानों पर बमबारी की. भारतीय वायुसेना जैश के ट्रेनिंग कैंपों को मार गिराया जिसमें कई आतंकियों की मौत हो गई.
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