Shri Kalki Dham : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभल के ऐंचोड़ा कंबोह स्थित श्री कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास किया. इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कल्कि धाम पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम भी उपस्थित रहे. इस कार्यक्रम में देशभर से संतों और धार्मिक नेताओं ने भाग लिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संभल के ऐंचोड़ा कंबोह स्थित श्री कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास किया. कल्कि मंदिर के गर्भगृह में पीएम मोदी ने पूजा अर्चना की. इस दौरान पीएम मोदी के अलावा सीएम योगी और आचार्य प्रमोद कृष्णम भी साथ रहे.
इस मंदिर को श्री कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट बनवा रहा है, जिसके अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम हैं. इस कार्यक्रम में शामिल होने देशभर से 11000 से अधिक साधु-संत संभल पहुंचे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान कल्कि धाम निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम की जमकर तारीफ की है. इस पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी पीएम मोदी की प्रशंसा की है. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी जैसा दूसरा आज तक नहीं हुआ है. न भूतो न भविष्यती.
इसी दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारी शक्ति अनंत और हमारे लिए संभावनाएं भी अपार है. उन्होंने कहा कि कल्कि धाम तैयार करवाने के लिए उन्हें पिछली सरकारों से लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी. कोर्ट के चक्कर लगाने पड़े. उन्होंने कहा कि एक समय उन्हें कहा जा रहा था कि मंदिर बनने से शांति व्यवस्था बिगड़ जाएगी. आज हमारी सरकार में प्रमोद कृष्णम निश्चिंत होकर इस काम को शुरू कर पाए हैं. मुझे भरोसा है की यह मंदिर इस बात का प्रमाण होगा कि हम बेहतर भविष्य को लेकर कितने सकारात्मक रहने वाले हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कई एकड़ में फैला ये विशाल धाम कई मायनों में विशिष्ट होने वाला है. ये ऐसा मंदिर होगा, जिसमें 10 गर्भगृह होंगे और भगवान के सभी 10 अवतारों को विराजमान किया जाएगा.
श्री कल्कि धाम मंदिर परिसर 5 एकड़ में बनकर तैयार होगा. इसका निर्माण कार्य पूरा होने में 5 साल लगेंगे. इस मंदिर का निर्माण भी बंसी पहाड़पुर के गुलाबी पत्थरों से होगा. सोमनाथ मंदिर और अयोध्या का राम मंदिर भी बंसी पहाड़पुर के पत्थरों से ही बना है. मंदिर के शिखर की ऊंचाई 108 फीट होगी. इसमें स्टील या लोहे का इस्तेमाल नहीं होगा. श्री कल्कि धाम मंदिर में 10 गर्भगृह होंगे, जिनमें भगवान विष्णु के 10 अवतारों के विग्रह स्थापित किए जाएंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि 22 जनवरी से देश में नए कालचक्र की शुरुआत हो चुकी है. प्रभु श्रीराम ने जब शासन किया, तो उसका प्रभाव हजारों वर्ष तक रहा. उसी तरह रामलला के विराजमान होने से अगले हजार वर्षों तक भारत के लिए एक नई यात्रा का शुभारंभ हो रहा है.
इसी बीच पीएम ने कहा हम देश से सैकड़ों किमी दूर अरब की धरती पर, अबू धाबी में पहले विराट मंदिर के लोकार्पण के साक्षी भी बने हैं. इसी कालखंड में हमने विश्वनाथ धाम को निखरते देखा है. इसी कालखंड में हम काशी का कायाकल्प देख रहे हैं.
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