पढ़ाई करके लंदन से भारत लौटने के बाद 8 मार्च को हर अखबार के पहले पेज पर विज्ञापन छपा, जिसमें लिखा था 'मैं बिहार बदलना चाहती हूं और इस बार के बिहार की सीएम बनूंगी'. ऐलान इतना जोरदार था कि लोगों को ये समझने में कई दिन लगे कि 'फिल्मी एंट्री' करने वाली ये लड़की आखिर है कौन?
धीरे-धीरे पुष्पम प्रिया चौधरी के बारे में पता चला. फिर पुष्पम प्रिया ने प्लुरल्स पार्टी का ऐलान कर दिया. और अब उम्मीदवार भी खड़े कर दिए हैं. पुष्पम प्रिया हमेशा ब्लैक ड्रेस में नजर आती हैं. वह ब्लैक शर्ट और ब्लैक जींस पहनती हैं.
पुष्पम प्रिया चौधरी दो सीटों से चुनाव लड़ रही हैं. जिसमें से एक सीट पर उनके खिलाफ कांग्रेस से शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे चुनाव मैदान में हैं. लेकिन फिर भी पुष्पम अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं.
नीतीश कुमार हों, तेजस्वी यादव हों या चिराग पासवान, पुष्पम प्रिया इनमें से किसे चुनौती देती हैं, कितना पार पा पाती हैं ये चुनाव के बाद पता चलेगा, लेकिन इतना जरूर है कि पुष्पम प्रिया चौधरी चर्चा का विषय हैं. अंजाम चाहे जो हो, लेकिन चुनावी चर्चा होती है तो पुष्पम प्रिया का नाम भी लोग ले ही रहे हैं.
पुष्पम प्रिया चौधरी बिहार दरभंगा से 15 किमी दूर विशनपुर गांव की रहने वाली हैं. उच्च शिक्षा प्राप्त करने लंदन गईं. लंदन से उन्होंने पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और डेवलपमेंट स्टडीज से MA किया है.
पुष्पम प्रिया चौधरी राजनीति से अनजान नहीं हैं. क्योंकि उनके परिवार के अधिकतर लोग राजनीति में हैं. पिता बिनोद कुमार चौधरी नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के नेता हैं. वह एमएलसी रहे हैं. पुष्पम प्रिया चौधरी के चाचा भी जेडीयू के ही नेता हैं. दादा भी इसी नीतीश के ही साथ रहे.
पुष्पम प्रिया चौधरी बिहार के कई इलाकों में गांवों गलियों में घूम रही हैं. बच्चों, युवाओं, लड़कियों, महिलाओं से मिल रही हैं. पुष्पम प्रिया चौधरी लोगों को आश्वस्त करने की कोशिश कर रही हैं कि 30 साल से चल रहा बिहार के विकास का लॉकडाउन अब खत्म होगा.
पुष्पम प्रिया चौधरी ये भी कहती हैं कि अगले 10 साल में बिहार देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो जाएगा. इसका पूरा रोड मेप और योजना उनके पास है. पार्टी का मुद्दा विकास और रोजगार होगा.
पुष्पम प्रिया चौधरी की पार्टी प्लुरल्स का निशान सफेद घोड़ा है, जिसमें पंख लगे हुए हैं. पार्टी का नारा जन गण सबका शासन. प्लुरल्स पार्टी में ऐसे उम्मीदवारों की कमी नहीं हैं, जो एक्टिविस्ट हैं और किसी न किसी रूप से समाज से जुड़े रहे हैं.
पुष्पम प्रिया चौधरी बिहार में लोकप्रियता हासिल कर रही हैं. कई युवा उनके साथ आये हैं. अब लोग उनके साथ जुट रहे हैं.
सोशल मीडिया पर वह खासी लोकप्रिय हैं. वह कहती हैं कि बिहार ने सोच लिया है कि वह राज्य में भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए प्लूरल्स को मौका देगी.
एक तस्वीर को शेयर करते हुए वह लिखती हैं कि प्लुरल्स के सभी प्रत्याशी, सभी कार्यकर्ता, सभी समर्थक आम सभी घर घर, गांव-गांव, और शहर-शहर, जाइए और मेरे लिए हर परिवार से, हर जाति धर्म के परिवार से, खोंयछा का कर्ज लेकर आइए, ये बिहार का कर्ज होगा. जिसे चुकाते-चुकाते मर जाऊं, लेकिन जन्म में चुके न, बिहार को नंबर वन और विकसित बनाकर भी.
गांव में गोबर कचरा ढोती बच्ची से बात करतीं पुष्पम प्रिया.
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