प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आलोचकों को करारा जवाब देते हुए कहा है कि कोरोना वैक्सीन जब भी आएगी हर किसी को जरूर मिलेगी. उन्होंने कहा कि भारत की अर्थ व्यवस्था तेजी से पटरी पर लौट रही है.
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) दौर के पहले इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Nanerndra Modi) ने कोरोना वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) को लेकर बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने साफ कहा है कि जब भी वैक्सीन आ जाएगी तो हर व्यक्ति को लगाई जाएगी. उन्होंने मौजूदा बदले हालातों के बावजूद विश्व भर में ‘न्यू इंडिया’ विजन की सार्थकता को भी देश के सामने रखा.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने The Economic Times को दिए इंटरव्यू में बताया है कि किस तरह लॉकडाउन (Lockdown) लोगों की जान बचाने में कारगर साबित हुआ. अर्थव्यवस्था कैसे तेजी से पटरी पर आ रही है. उन्होंने यह भी बताया कि आखिर वह अब भी वह 2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को लेकर दृढ़ आशान्वित हैं.
अलोचकों को पीएम मोदी का जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आलोचकों को करारा जवाब देते हुए कहा कि ‘जिन्हें केवल सरकार का हर हाल में विरोध करना है इसलिए कुछ भी कह रहे हैं, वैक्सीन जब भी आएगी हर किसी को दी जाएगी’. उन्होंने कहा कि इस टीकाकरण अभियान की शुरुआत में कोरोना के खतरे के सबसे नजदीक मौजूद लोगों को शामिल किया जाएगा. इसमें कोरोना से जंग लड़ रहे फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल होंगे. नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप वैक्सीन बनाने का काम कर रहे हैं और अभी भी वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया चल रही है. ट्रायल हो रहे हैं.
अर्थव्यवस्था पटरी पर
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में एग्रीकल्चर, FDI, मैन्युफैक्चरिंग में तेजी और गाड़ियों की बिक्री में उछाल आया है. EPFO में ज्यादा लोगों का जुड़ना ये दिखा रहा है कि नौकरियों में भी तेजी आई है. भारत की अर्थव्यवस्था रिकवरी की राह पर है.कृषि और श्रम क्षेत्र में सुधार पर उन्होंने कहा कि अब भारत की तरफ से वैश्विक निवेशकों के लिए बड़ा संकेत है. उन्होंने इस इंटरव्यू में यह भी बताया कि नए श्रम कानून नियोक्ता और कर्मचारी दोनों के लिए बेहद उपयोगी कैसे हैं?
उन्होंने कहा कि ‘अक्सर मजाक में कहा जाता था कि औपचारिक क्षेत्र में श्रम (काम) की तुलना में भारत में श्रम कानून अधिक हैं, अब बड़ा बदलाव हुआ है.’ कहा कि भारत ‘ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब’ का केंद्र बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है.
‘हम किसी का विकल्प नहीं, अवसर प्रदान करने वाले हैं’
उनसे जब पूछा गया कि ग्लोबल सप्लाई चेन में चीन (China) का विकल्प कैसे बनेंगे? उन्होंने कहा, ‘हमारा उद्देश्य किसी देश का विकल्प बनना नहीं बल्कि एक ऐसा देश बनना है जो अद्वितीय अवसर प्रदान करता है.’