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PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम के 89वें एपिसोड को संबोधित किया है. इस दौरान वो देशवासियों से मिले सुझावों का जिक्र कर रहे हैं.
'मन की बात' को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, देश में यूनिकॉर्न की संख्या 100 के पार पहुंच गई है. पिछले कुछ ही दिनों में 14 नए यूनिकॉर्न बने हैं. भारत का स्टार्टअप आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि भारत का स्टार्टअप नई उड़ान भरेगा. आने वाला समय भारत का होगा. ये यूनिकॉर्न कई दिशाओं में काम कर रहे हैं. यूनिकॉर्न के मामले में कई देश भारत से पीछे हैं.
पीएम मोदी ने कहा, 'कुछ दिनों पहले मुझे एक ऐसी interesting और attractive चीज मिली, जिसमें देशवासियों की creativity और उनके artistic talent का रंग भरा है. ये एक उपहार है, जिसे, तमिलनाडु के Thanjavur के एक Self-Help Group ने मुझे भेजा है. इस उपहार में भारतीयता की सुगंध है और मातृ-शक्ति के आशीर्वाद - मुझ पर उनके स्नेह की भी झलक है. यह एक special Thanjavur Doll है, जिसे GI Tag भी मिला हुआ है. मैं Thanjavur Self-Help Group को विशेष धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे स्थानीय संस्कृति में रचे-बसे इस उपहार को भेजा.'
उन्होंने कहा, 'ये Thanjavur Doll जितनी खूबसूरत होती है, उतनी ही खूबसूरती से, ये, महिला सशक्तिकरण की नई गाथा भी लिख रही है. Thanjavur में महिलाओं के Self-Help Groups के store और kiosk भी खुल रहे हैं. इसकी वजह से कितने ही गरीब परिवारों की जिंदगी बदल गई है. ऐसे kiosk और stores की सहायता से महिलाएँ अब अपने product, ग्राहकों को सीधे बेच पा रही हैं. इस पहल को ‘थारगईगल कइविनई पोरुत्तकल विरप्पनई अंगाड़ी’ नाम दिया गया है. खास बात ये है कि इस पहल से 22 Self-Help Group जुड़े हुए हैं.'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मेरा ‘मन की बात’ के श्रोताओं से भी एक आग्रह है. आप, अपने क्षेत्र में ये पता लगाएं, कि, कौन से महिला Self Help Group काम कर रहे हैं. उनके Products के बारे में भी आप जानकारी जुटाएं और ज्यादा-से-ज्यादा इन उत्पादों को उपयोग में लाएं. ऐसा करके, आप, Self Help Group की आय बढ़ाने में तो मदद करेंगे ही, ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ को भी गति देंगे.'
एक छात्रा की के बारे में बताते हुए पीएम मोदी ने कहा, ' "साथियो, हमारे देश में कई सारी भाषा, लिपियां और बोलियों का समृद्ध खजाना है. अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग पहनावा, खानपान और संस्कृति, ये हमारी पहचान है. ये Diversity, ये विविधता, एक राष्ट्र के रूप में, हमें, अधिक सशक्त करती है, और एकजुट रखती है. इसी से जुड़ा एक बेहद प्रेरक उदाहरण है एक बेटी कल्पना का, जिसे, मैं आप सभी के साथ साझा करना चाहता हूं. उनका नाम कल्पना है, लेकिन उनका प्रयास, ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की सच्ची भावना से भरा हुआ है.
उन्होंने कहा, 'कल्पना ने हाल ही में कर्नाटक में अपनी 10वीं की परीक्षा पास की है, लेकिन, उनकी सफलता की बेहद खास बात ये है कि, कल्पना को कुछ समय पहले तक कन्नड़ा भाषा ही नहीं आती थी.' उन्होंने, ना सिर्फ तीन महीने में कन्नड़ा भाषा सीखी, बल्कि, 92वे नम्बर भी लाकर के दिखाए. आपको यह जानकर हैरानी हो रही होगी, लेकिन ये सच है. उनके बारे में और भी कई बातें ऐसी हैं जो आपको हैरान भी करेगी और प्रेरणा भी देगी. कल्पना, मूल रूप से उत्तराखंड के जोशीमठ की रहने वाली हैं. वे पहले TB से पीड़ित रही थीं और जब वे तीसरी कक्षा में थीं तभी उनकी आंखों की रोशनी भी चली गई थी, लेकिन, कहते हैं न, ‘जहां चाह-वहां राह’.
योग दिवस के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'साथियो, हमारे देश में इस बार ‘अमृत महोत्सव’ को ध्यान में रखते हुए देश के 75 प्रमुख स्थानों पर भी ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ का आयोजन होगा. इस अवसर पर कई संगठन और देशवासी ने अपने-अपने स्तर पर अपने-अपने क्षेत्र की खास जगहों पर कुछ न कुछ Innovative करने की तैयारी कर रहे हैं. मैं आपसे भी ये आग्रह करूंगा, इस बार योग दिवस मनाने के लिए, आप, अपने शहर, कस्बे या गांव के किसी ऐसी जगह चुनें, जो सबसे खास हो.' मैं चाहूंगा कि आप भी अपने यहां अभी से ‘योग दिवस’ की तैयारियां शुरू कर दीजिए. ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिलिए, हर किसी को ‘योग दिवस’ के कार्यक्रम में जुड़ने के लिए आग्रह कीजिये, प्रेरित कीजिये.
पीएम मोदी ने अपनी जापान यात्रा का जिक्र करते हुए कुछ शख्सियतों के बारे में बताया. उन्होंने कहा, 'कुछ दिन पहले मैं जापान गया था. अपने कई कार्यक्रमों के बीच मुझे कुछ शानदार शख्सियतों से मिलने का मौका मिला. उन्होंने कहा, 'वे लोग हैं तो जापान के, लेकिन भारत के प्रति इनमें गजब का लगाव और प्रेम है. इनमें से एक हैं हिरोशि कोइके जी, जो एक जाने-माने Art Director हैं. आपको ये जानकार बहुत ही खुशी होगी कि इन्होंने Mahabharat Project को Direct किया है. इस Project की शुरुआत Cambodia में हुई थी और पिछले 9 सालों से ये निरंतर जारी है.
हिरोशि कोइके के बारे में बताते हुए पीएम मोदी बोले,' वो हर काम बहुत ही अलग तरीके से करते हैं. वे, हर साल, एशिया के किसी देश की यात्रा करते हैं और वहां Local Artist और Musicians के साथ महाभारत के कुछ हिस्सों को Produce करते हैं. इस Project के माध्यम से उन्होंने India, Cambodia और Indonesia सहित नौ देशों में Production किये हैं और Stage Performance भी दी है. हिरोशि कोइके उन कलाकारों को एक साथ लाते हैं, जिनका Classical और Traditional Asian Performing Art में Diverse Background रहा है. इस वजह से उनके काम में विविध रंग देखने को मिलते हैं.'
पीएम मोदी ने आगे बताया, 'मैं, जापान में जिन अन्य दो लोगों से मिला, वे हैं, आत्सुशि मात्सुओ जी और केन्जी योशी. ये दोनों ही TEM Production Company से जुड़े हैं. इस company का संबंध रामायण की उस Japanese Animation Film से है, जो 1993 में Release हुई थी.' उन्होंने कहा, 'हमसे हजारों किलोमीटर दूर जापान में बैठे लोग जो न हमारी भाषा जानते हैं, जो न हमारी परम्पराओं के बारे में उतना जानते हैं, उनका हमारी संस्कृति के लिए समर्पण, ये श्रद्धा, ये आदर, बहुत ही प्रशंसनीय है. कौन हिन्दुस्तानी इस पर गर्व नही करेगा?'
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