Rashtriya Ekta Diwas 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत के अंदर और बाहर कुछ ताकतें देश को अस्थिर करने कोशिश कर रही हैं. उन्होंने कहा कि ये ताकतें दुनिया में भारत की नकारात्मक छवि बनाने के लिए अराजकता फैलाने में जुटी हैं. वह भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद गुजरात के नर्मदा जिले के एकता नगर में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के निकट एक सभा को प्रधानमंत्री संबोधित कर रहे थे. साल 2014 से, सरदार पटेल की जयंती 31 अक्टूबर को 'राष्ट्रीय एकता दिवस' के रूप में मनाई जाती है. पढ़ें पीएम मोदी के भाषण की 5 बड़ी बातें.
- प्रधानमंत्री ने कहा, 'भारत के अंदर और बाहर कुछ ताकतें देश को अस्थिर करने और दुनिया में इसकी नकारात्मक छवि बनाने के लिए अराजकता फैलाने की कोशिश कर रही हैं. वे देश को जाति के आधार पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं और विकसित भारत के खिलाफ हैं.'
- PM मोदी ने देश के लोगों से 'अर्बन नक्सलियों' के इस गठजोड़ की पहचान करने का आग्रह किया और कहा कि ये लोग देश को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, 'जैसे-जैसे जंगलों में नक्सलवाद खत्म हो रहा है, अर्बन नक्सलियों का एक नया मॉडल पनप रहा है. आज अर्बन नक्सली उन लोगों को भी निशाना बना रहे हैं जो कहते हैं कि अगर आप एकजुट रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे. हमें अर्बन नक्सलियों की पहचान कर उनका पर्दाफाश करना होगा.'
- मोदी ने कहा कि हालांकि ऐसे लोग भी थे जो भारत के एकीकरण को लेकर सशंकित थे, लेकिन सरदार पटेल ने इसे संभव बनाया. उन्होंने कहा कि देश अगले दो वर्षों तक पटेल की 150वीं जयंती मनाएगा. उन्होंने कहा, "हमारा देश 'एक राष्ट्र, एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता' के कार्यान्वयन की ओर बढ़ रहा है, जो हमारे देश को मजबूत बनाएगी. हम 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' पहल को लागू करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे हमारा लोकतंत्र मजबूत होगा." उन्होंने कहा, '70 साल में पहली बार जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री ने संविधान की शपथ ली है' उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में सरकार के प्रयासों के कारण नक्सलवाद भारत में अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आजादी के सात दशक बाद एक देश और एक संविधान का संकल्प पूरा हुआ है. सरदार साहब की आत्मा को यह मेरी सबसे बड़ा श्रद्धांजलि है. 70 साल तक बाबा साहब अंबेडकर का संविधान लागू नहीं हुआ था, संविधान की माला जपने वालों ने संविधान का ऐसा घोर अपमान किया. इसका कारण जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 की दीवार थी. 370 की दीवार वहां पर संविधान को रोक देती थी. लोगों को उनके अधिकारों से वंचित रखती थी.'
- उन्होंने लोगों को दीपावली की बधाई देते हुए कहा, 'इस बार राष्ट्रीय एकता दिवस एक अद्भुत संयोग लेकर आया है. एक तरफ आज हम एकता का पर्व मना रहे हैं तो दूसरी तरफ दीपावली का पर्व भी है. दीपावली पूरे देश को दीपों के माध्यम से जोड़ती है, पूरे देश को रोशन करती है और अब दीपावली का पर्व भारत को दुनिया से भी जोड़ रहा है. कई देशों में इसे राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जा रहा है. मैं देश और दुनिया में रहने वाले सभी भारतीयों और भारत के शुभचिंतकों को दीपावली की ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूं.'